पिथौरागढ़ : सरकार चाहे पलायन रोकने और ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के कितने ही दांवे करले लेकिन सरकार के दांवों की पोल खोलती है ये तस्वीरें। जी हां ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ व्यवस्थाओं का हाल बेहाल है जिसका खामियाजा लोगों को अपनी जान गंवाकर भुगतना पड़ रहा है। और खासतौर पर गर्भवती महिलाओं को कई समस्याओं का सामना ग्रामीण क्षेत्रों में भुगतना पड़ रहा है। जहां उन्हें समय पर न तो एम्बुलेंस मिलती है औऱ न ही समय पर इलाज। वो तो छोड़िए पैदल चलने के लिए कहीं-कही सड़क तक नहीं है.
सड़क न होने के कारण डोली में बैठाकर ले गए गांव वाले
जी हां पिथौरागढ़ के मुनस्यारी तहसील के मालूपाती गांव में एक ऐसा वाक्या हुआ जिससे सरकार के दांवों को पोल खुलती दिखी। मुनस्यारी तहसील के मालूपाती गांव में गर्भवती महिला संगीता देवी पत्नी गिरीश गोस्वामी, को शुक्रवार शाम प्रसव पीड़ा हुआ. बदहाल सड़क को देखते हुए ग्रामीणों ने महिला को डोली में बैठाकर अस्पताल की ओर निकले। डोली को हाथों में लिए ग्रामीण चार किलोमीटर तक चले ही थे कि संगीता को तेज प्रसव पीड़ा होने लगी। जिसके बाद गांव वालों ने फन्या नाम की जगह पर महिला को डोली से उतारा और खेत में लेटा दिया।
खेत में दिया बच्चे को जन्म
वहीं कुछ देर बाद गर्भवती महिला संगीता ने माइनस तीन डिग्री तापमान में खेत में ही शिशु को जन्म दिया। जच्चा औऱ बच्चा दोनों सुरक्षित हैं लेकिन ये सरकार के दांवों की पोल खोलने के लिए काफी है। एक महिला को बदहाल सड़क के कारण औऱ स्वास्थय सुविधाएं न मिलने के कारण खेत में बच्चे को जन्म देना पड़े इससे बड़े शर्म की बात और क्या हो सकती है।