दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। उनके साथ 6 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली। तीसरे नंबर पर शपथ लेने वाले गोपाल राय ने शपथ ली जिन्होंने शपथ की लाइन में बदलाव किया। जी हां मंत्री गोपाल राय ने ईश्वर नहीं बल्की ‘आजादी के शहीदों का नाम लेकर शपथ’ ली, जबकि आमतौर पर ईश्वर या सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञान के नाम पर शपथ ली जाती है। गोपाल राय ने ईश्वर के नाम की शपथ न लेकर आजादी के लिए कुर्बान शहीदों के नाम शपथ ली.
बता दें कि बाबरपुर से विधायक गोपाल राय पिछली सरकार में श्रम, रोजगार, विकास और सामान्य प्रशासन विभागों की कमान संभाल रहे थे। गोपाल राय ने अन्ना आंदोलन में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। दिल्ली विधानसभा में बाबरपुर से गोपाल राय विधायक बने हैं। उन्होंने बीजेपी के नरेश गौड़ को हराया था। 1998 में लखनऊ में यूनिवर्सिटी से राय ने समाजशास्त्र में स्नाकोत्तर की उपाधि ली थी।
ये ली शपथ
मैं गोपाल राय आजादी के शहीदों की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा. मैं भारत की प्रभुता और अखंडता अक्ष्क्षुण रखूंगा. मैं मंत्री के तौर पर अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंतरमन से निर्वहन करूंगा. मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष की भावना के बिना, सभी प्रकार के लोगों के लिए संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा.
गोपनीयता की शपथ लेते हुए भी गोपाल राय ने कहा कि मैं गोपाल राय आजादी के शहीदों की शपथ लेता हूं कि जो विषय मंत्री के रूप में मेरे विचार के लिए लाया जाएगा अथवा मुझे ज्ञात होगा उसे किसी व्यक्ति या व्यक्ति या व्यक्तियों के सिवाय जबकि मंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों के सम्यक ऐसा करना आपेक्षित है, मैं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से संसूचित या प्रकट नहीं करूंगा.