डेस्क- वस्तु एवं सेवा कर(GST) लागू होने के बाद रोजमर्रा की जरुरत का सामान सस्ता हो जाएगा। ऐसा इसलिए कि जीएसटी कांउसिल ने रोज की जरुरतों के सामान पर GST की दर मौजूदा दर से भी कम तय की है। श्रीनगर में वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में हुई GST परिषद की 14 वीं बैठक में इस बात का निर्णय हुआ।
जेटली ने बताया कि कुल 1211 विस्तुओं में से छह को छोड़कर शेष 1205 वस्तुओं पर GST की दर तय कर ली गई है। आज बैठक में सेवाओं की दरों पर चर्चा होगी। छूट वाली वस्तुओं के साथ-साथ सोना, जूता-चप्पल, ब्रांडेड सामान और बीड़ी पर भी चर्चा होगी। वहीं डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ भी GST दर तय की जानी बाकी है। जीएसटी बैठक में 29 राज्यों व तीन केंद्र शासित प्रदेशों के वित्तमंत्री, वित्त सचिव और काउंसिल के दूसरे सदस्य हिस्सा ले रहे हैं।
बहरहाल केंद्रीय राजस्व सचिव हंसमुख अढ़िया के मुताबिक दूध-दही,गुड़ और अनाजों पर कर की दर शून्य रहेगी। अभी कुछ राज्यों चुनिंदा अनाज पर 5%वैट लग रहा है। चाय, काफी,खाद्य तेल, जैसे आवश्यक सामान पर 5% की दर GST से लगेगा। जबकि अभी इस पर 4 से 6 फीसदी के बीच वैट लग रहा है। तेल, साबुन, टूथपेस्ट जैसे सामानों पर भी 18 फीसदी की दर से GST लगाया जाएगा जबकि मौजूदा वक्त में इन सामानों पर 28 फीसदी का कर लग रहा है। यानि सीधे सीधे 10 फीसदी की कमी आएगी।
इसके अलावा बिजली,लोहा और स्टील भी सस्ते होंगे। GST में कोयले पर भी 5 फीसदी का देय होगा, जबकि अभी इस समय इस पर 11.69 प्रतिशत कर लग रहा है। 6 फीसदी से ज्यादा कर कटोती के बाद कोयले के दाम मे कमी आएगी। गौरतलब है कि अभी देश में कोयले की सबसे ज्यादा खपत बिजली और लोहा,स्टील उद्योग मे हो रहा है। तय है कि GST लागू होने के बाद कम दाम में महैय्या होने वाले कोयले का असर लोहे औस इस्पता के दाम पर भी पड़ेगा।