देहरादून- सब कुछ सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की सोच के हिसाब से हुआ तो मायानगरी मुंबई का जादू फीका पड़ जाएगा उत्तराखंड के सामने। हुनर, रोजगार, दौलत, शोहरत सब कुछ होगा उत्तराखंड के आंगन में। बेरोजगारी गुजरे जमाने की बात हो जाएगी।देश में पुणे और कोलकाता के बाद तीसरा नाम उत्तराखंड का ही लिया जाएगा।
जी हां यकीन मानिए देश को नामी फिल्म निर्देशक, वीडियो एडिटर, एक्टर, सिनेमेटोग्राफर जैसी तमाम विधाओं में माहिर बनाने वाला फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का तीसरा केंद्र देवभूमि उत्तराखंड में खुलेगा।
इसके लिए सैद्धांतिक सहमति बन चुकी है। सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत इसके लिए केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी और केंद्रीय राज्य मंत्री राज्यवर्धन राठौर समेत FTIIपुणे के निदेशक भूंपेंद्र कैंथोला से मुलाकात कर चुके हैं।
तय है कि अगर सीएम त्रिवेंद्र रावत की ये पहल कामयाब हुई तो सूबे का नाम तो देश के नक्शे में रोशन होगा ही राज्य के बेरोजगारों को फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्री की जरूरतों में परांगत होने का मौका भी मिलेगा। ये पहल रोजगार के क्षेत्र में राज्य के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है।
बताया जा रहा है कि फिल्म इंडस्ट्री के कुछ कोर्सों को राज्य सरकार राज्य में चल रहे कौशल विकास कार्यक्रम से जोड़ना चाहती है। ऐसे कोर्सों में राज्य के युवाओं को निशुल्क प्रवीण बनाया जाएगा। राज्य में FTII के लिए सरकार जगह का चयन कर रही है। वहीं खबर ये भी है कि आने वाली 29 जनवरी को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत FTII के निदेशक भूपेंद्र कैंथोला के साथ एक और बैठक करेंगे जिसमें इस नामी इस्टीट्यूट की स्थापना के संबध में चर्चा होगी।