नई दिल्ली : कोरोना की चपेट में आने के कारण इस बीमारी की चपेट में आने वाले लोगों की तादाद हर रोज बढ़ रही है, लेकिन अच्छी बात ये है कि कोविड-19 से देश में मौतों का आंकड़ा भी लगातार घटता जा रहा है और इस बीमारी से ठीक होने वालों की संख्या तेजी से बढ़ी है। अगर ऐसे ही चलता रहा तो देश में कोरोना के मरीजों की संख्या तेजी से होती चली जायेगी और देश कोरोना से मुक्ति की ओर बढ़ेगा।
देश में 45 दिन पहले कोविड-19 से बीमार लोगों की मौतों का प्रतिशत 3.3% था, जबकि अब यह घटकर 2.83 फीसद पहुंच गया है। 18 मई को मृत्युदर 3.15% है, जो 3 मई को 3.25 फीसद थी. भारत में एक दिन में सबसे ज्यादा मौतें सरकारी आंकड़े के अनुसार 230 हैं। देश में कोरोना से मरने वालों की संख्या अब तक 5,394 तक पहुंच चुका है और इससे बीमार लोगों की संख्या 1 लाख 90 हजार से ज्यादा है।
देश में अभी 93,322 एक्टिव केस हैं। 91,818 कोरोना से ठीक होकर घर जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 4,835 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई है। केंद्र सरकार के 8 मई के गाइडलाइंस के मुताबिक, हल्के और मध्यम कोरोना पीड़ित मरीजों में अगर लक्षण नहीं बढ़ते हैं तो उसे 10 दिन बाद तंदरुस्त घोषित कर दिया जा रहा। यानी आने वाले समय में कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या और तेजी से बढ़ेगी।
कोविड-19 से रिकवरी रेट भी सुधरा है और यह 48.19% तक पहुंच गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के डेटा के अनुसार, 18 मई को रिकवरी रेट 38.29% था जबकि 3 मई को यह 26.59 फीसदी रहा था। 15 अप्रैल को रिकवरी रेट महज 11.42% था। रिकवरी रेट से बढ़ने से संकेत मिल रहा है कि देश में इस बीमारी की जल्द पहचान और इलाज किया जा रहा है। अलग-अलग राज्यों में रिकवरी रेट जरूर भिन्न है लेकिन ओवरऑल तस्वीर उत्साहवर्धक है।
कोरोना वायरस के मौतों की संख्या की तुलना की बात करें तो स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार वैश्विक स्तर पर कोविड-19 से मौतों का प्रतिशत 6.19 है। फ्रांस में सबसे ज्यादा 19.35% इसके बाद बेल्जियम 16.25 फीसदी, इटली 14.33 और ब्रिटेन 14.07% है। केंद्र सरकार ने बताया कि देश में टेस्टिंग सुविधा बढ़ी है अब 676 लैबों में इसका टेस्ट किया जा रहा है। टेस्ट करने वाले लैबों में 472 सरकारी हैं जबकि 204 निजी हैं। मोटामोटी करीब 38 लाख 37 हजार 207 सैंपल टेस्ट किए गए हैं।