हल्द्वानी : डीजीपी की कुर्सी संभालने के बाद से ही डीजीपी अशोक कुमार एक्शन में नजर आए। उन्होंने कई बड़े फैसले महिला सुरक्षा को लेकर लिए। साथ ही भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को चेतावनी दी कि भ्रष्टाचारी पुलिसकर्मी को वर्दी पहनने का कोई हक नहीं है। वहीं डीजीपी अशोक कुमार अब 24 घंटेड्यूटी पर तैनात रहने वाले पुलिसकर्मियों को तोहफा देने जा रहे हैं। जी हां अशोक कुमार ने पुलिस सुधारों की दिशा में एक कदम और बढ़ाते हुए बड़ा उपहार पुलिसकर्मियों को देने जा रहे हैं।
बीते दिन हल्द्वानी पहुंचे डीजीपी अशोक कुमार ने कहा है कि शुरुआती तौर पर प्रदेश के 9 पर्वतीय जिलों में तैनात पुलिस कर्मियों को साप्ताहिक अवकाश देने का विचार है। अशोक कुमार ने कहा कि यह प्रयोग सफल रहा तो प्रदेश के सभी जिलों के लिए यह व्यवस्था लागू की जाएगी। हालांकि, जरूरत पड़ने पर उन्हें ड्यूटी पर आना होगा।
डीजीपी बनने के बाद पहली बार हल्द्वानी पहुंचे अशोक कुमार ने सामाजिक संगठन के लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। इसके बाद वो मीडिया से मुखातिब हुए। डीजीपी अशोक कुमार ने कहा की प्रदेश में अपराध बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, प्रदेश की पुलिस को हाइटेक बनाने पर जोर दिया जायेगा जिससे अपराधियों में पुलिस का खौफ़ हो, कुमाऊँ में महिला थाना खोलने के मामले में डीजीपी अशोक कुमार ने कहा की महिला थाने की जरूरत नही है क्योंकि हर थाने में महिला पुलिस अधिकारियों की तैनाती है और महिला अपराधों से सख्ती से निपटा भी जा रहा है।
डीजीपी अशोक कुमार ने साइबर क्राइम को आज की सबसे बडी औऱ खतरनाक चुनौती बताते हुए कहा की पुलिस ऐसे मामलों में सख्ती भी दिखा रही है और कई नाइजीरियन अपराधियों को गिरफ़्तार भी किया गया है, लेकिन साइबर क्राइम से निपटने के लिए जन जागरूकता भी जरूरी है।