देहरादून- स्वास्थ्य विभाग में दो साल से लटकी संविदा फार्मासिस्टों की भर्ती शुरू होने जा रही है। सरकार पहाड़ में खाली स्वास्थ्य उपकेंद्रों के साथ ही नए वेलनेस सेंटरों में फार्मासिस्ट तैनाती करेगी। इसके लिए स्वास्थ्य महानिदेशालय को दिशा-निर्देश भेज दिए गए हैं।
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में लिया था स्वास्थ्य उपकेंद्रों में 600 फार्मासिस्ट भर्ती का निर्णय
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य उपकेंद्रों में 600 फार्मासिस्ट भर्ती करने का निर्णय लिया गया था। महानिदेशालय स्तर पर इसके लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई, पर बार-बार बदले गए नियमों की वजह से यह भर्ती पूरी नहीं हो पाई। लंबे समय बाद अब सरकार ने संविदा फार्मासिस्टों की भर्ती का निर्णय लिया है। इसके लिए स्वास्थ्य सचिव की ओर से महानिदेशालय को दिशा-निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य उपकेंद्रों के साथ ही वेलनेस सेंटरों में भी संविदा फार्मासिस्ट तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
उपकेंद्रों के साथ ही वेलनेस सेंटरों में भी फार्मासिस्ट तैनाती की तैयारी
विदित है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट के तहत राज्य में इस साल 330 वेलनेस सेंटर बनाए जाने हैं। स्वास्थ्य उपकेंद्रों को उच्चीकृत करके ही इन सेंटरों का निर्माण होना है। सरकार की तैयारी है कि उपकेंद्रों के साथ ही वेलनेस सेंटरों में भी फार्मासिस्ट तैनात किए जाएं।
बेरोजगार एलोपैथी डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष मनोज त्रिपाठी ने भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने की मांग की। उन्होंने कहा कि 600 पदों के लिए पांच हजार युवाओं ने आवेदन किया है। दो सालों से बेरोजगार नियुक्ति की राह देख रहे हैं। लेकिन सरकार हर बार नियमों में बदलाव के बहाने भर्ती प्रक्रिया रोक रही है।
वहीं सचिव स्वास्थ्य नितेश झा का कहना है कि संविदा फार्मासिस्टों की नियुक्ति स्वास्थ्य उपकेंद्रों के अलावा वेलनेस सेंटरों में भी की जाएगी। स्वास्थ्य महानिदेशालय को इसके लिए दिशा-निर्देश दे दिए गए हैं। सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए गंभीरता से काम कर रही है।