न्यूयॉर्क। इंडियन आर्मी में मेजर सुमन गवानी को संयुक्त राष्ट्रसंघ (यूएन) की तरफ से प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यूएन के महानिदेशक एंटोनिया गुटारेशे की तरफ से उन्हें यह पुरस्कार दिया गया है। मेजर सुमन को इंटरनेशनल डे ऑफ यूनाइटेड नेशंस पीसकीपर्स के मौके पर यह पुरस्कार दिया गया है। सेना की तरफ से एक आधिकारिक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई है।
आपको बता दें कि टिहरी जले के भिलंग्ना ब्लाॅक के पोखार गांव की भारतीय सेना में मेजर सुमन गवानी को संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएन) की ओर से प्रतिष्ठित पुरस्कार संयुक्त राष्ट्र सैन्य जेंडर एडवोकेट ऑफ द ईयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यूएन के महानिदेशक एंटोनियो गुटारेशे ने उन्हें यह पुरस्कार दिया। सुमन गवानी इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को हासिल करने वाली पहली भारतीय आर्मी ऑफिसर बन गई हैं। मेजर सुमन गवानी ने यूनाइटेड नेशंस मिशन इन साउथ सूडान में अपनी सेवाएं दीं।
आपको बता दें कि मेजर सुमन नवंबर 2018 से दिसंबर 2019 तक यूनाइटेड नेशंस मिशन इन साउथ सूडान (यूएनमिस) में सैन्य पर्यवेक्षक के तौर पर तैनात थीं। उन्हें यौन हिंसा के विरोध में चलाए गए अभियान में महत्वपूर्ण योगदान के लिए सम्मानित किया गया है। लैंगिक मुद्दों के समाधान में भी उनकी भूमिका अहम रही। मेजर सुमन ने कहा, काम, पद या रैंक जो भी हो एक शांतिदूत होने के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि हमारे काम में हम महिला-पुरुष सभी की सोच और नजरिए को बराबरी से शामिल करें।