उत्तराखंड के कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव संपन्न हो गए हैं। अधिकतर कॉलेजों में इस बार भी ABVP का जलवा रहा। वहीं कई कॉलेजों में निर्दलियों ने बाजी मारी। NSUI का प्रदर्शन कुछ खास बेहतर नहीं रहा। इस बार के चुनावों में खास बात ये रही कि इस बार चार कॉलेजों में अध्यक्ष पद पर लड़कियों ने कब्जा जमाया।
राज्य के सबसे बड़े कॉलेज देहरादून के डीएवी पीजी कॉलेज में अध्यक्ष पद पर ABVP का कब्जा हुआ। हालांकि NSUI ने कड़ी टक्कर देने का दावा किया था लेकिन चुनावों में ऐसा नहीं दिखा। बाजी एबीवीपी के हाथ लगी। एबीवीपी के दयाल सिंह बिष्ट ने 771 मतों के अंतर से चुनाव जीत लिया।
वहीं डीबीएस पीजी कॉलेज में एनसीयूआई ने बाजी मारी। एनएसयूआई के अरुण टम्टा ने एबीवीपी के स्वर्णिम को 477 मतों के अंतर से हरा दिया। वहीं एमकेपी कॉलेज में भी एनएसयूआई की बुशरा को जीत मिली है। बुशरा अंसारी ने एबीवीपी की बबीता को पांच वोटों के अंतर से हरा कर अध्यक्ष पद अपने नाम कर लिया।
हालांकि मसूरी के एमकेपी कॉलेज में एनएसयूआई का सूपड़ा साफ हो गया। यहां एबीवीपी का पैनल अधिकतर पदों पर जीत हासिल करने में सफल रहा। अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के प्रीतम लाल ने एसएसयूआई के नवीन शाह को 59 मतों के अंतर से हरा दिया।
देहरादून के एसजीआरआर कॉलेज में भी एबीवीपी का पैनल जीत हासिल करने में सफल रहा। यहां अध्यक्ष पद पर पार्थ जुयाल ने बाजी मारी। पार्थ ने एसएसयूआई की कुसुमलता को 711 वोटों से हरा दिया।
हल्दवानी के एमबीपीजी कॉलेज में चुनाव बेहद दिलचस्प रहा। यहां एबीवीपी से बगावत कर चुनाव लड़ने वालीं निर्दलीय प्रत्याशी रश्मि लमगड़िया ने अध्यक्ष पर जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया। पहली बार ऐसा हुआ है कि कुमाऊं के सबसे बड़े कॉलेज में अध्यक्ष पद पर किसी महिला प्रत्याशी ने जीत दर्ज की है। नैनीताल जिले में जिले के दस महाविद्यालयों में से छह पर निर्दलीय प्रत्याशी जीत दर्ज करने में सफल रहे जबकि तीन सीटें एबीवीपी के प्रत्याशी जीते हैं।
ऋषिकेश के पंडित ललित मोहन शर्मा श्रीदेव सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय परिसर में भी छात्रसंघ के इतिहास में पहली बार छात्रा साक्षी तिवारी ने बाजी मारी है।
कोरोना के चलते दो सालों तक स्थगित रहने के बाद हुए छात्रसंघ चुनावों में शनिवार की रात तक 87 कॉलेजों के परिणाम घोषित हो गए थे। इनमें से 37 कॉलेजों में एबीवीपी ने अध्यक्ष पद पर बाजी मारी जबकि 33 कॉलेजों में निर्दलियों ने जीत दर्ज की। एनएसयूआई ने 17 कॉलेजों में अध्यक्ष पद हासिल किया है।