काहे का ज्ञान और किस बात का विज्ञान। रुद्रप्रयाग के विकास भवन में ये ज्ञान विज्ञान सब फेल है क्योंकि वहां भूतों का डेरा है। जी, चौंकिए मत। करोड़ों की लागत से बने रुद्रप्रयाग के विकास भवन में भूत होने की बात अधिकारियों ने भी स्वीकारी है वहां भूत भगाने के लिए हवन भी कराया है।
वाक्या कुछ दिनों पहले का है। विकास भवन में अखंड रामायण पाठ का आयोजन किया गया। पंडितों को बुलाया गया। हवन भी हुआ। अधिकारियों ने स्वाहा स्वाहा बोलकर आहूतियां भी डालीं। यही नहीं अधिकारियों ने बाकायदा इस काम के लिए चंदा जुटाया, चंदे की रसीद भी काटी गई है।
अब सुनिए कि विकास भवन में भूत होने की बात सामने कैसे आई। दरअसल विकास भवन की रखवाली के लिए रात की शिफ्ट में दो चौकीदारों को रखा गया है। इन दोनों चौकीदारों का दावा है कि रात में इस विकास भवन में उन्हें रोने और चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। यही नहीं घंटियों की तेज आवाजें सुनाई देने का दावा भी है। इस बात से डरे दोनों चौकीदारों ने नौकरी करने से मना कर दिया। खबरें हैं कि ये बात जब अधिकारियों को पता चली तो उन्होंने ही समस्या के निदान का ये रास्ता निकाला।
फिलहाल दो साल पहले उद्घाटित हुए इस विकास भवन में भूतों के डेरा डाल लेने का ये मसला इलाके में चर्चा का विषय है। अधिकारी इस मसले पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। अब देखना ये है कि भूत सरकारी अधिकारियों से डर कर भागते हैं या नहीं।