घनसाली( हर्षमणी उनियाल) – सैनिकों के लिए पलक पांवड़े बिछाने का दावा करने वाली सरकारों के दौर में भी सैनिक आवास गृह अधर में लटका है।
जी हां घनसाली में सैनिकों की सहूलियत के लिए बनाया जाने वाला सैनिक आवास गृह आज तक अपने मकाम पर नहीं पहुंचा है। जबकि इस सैनिक गृह को बनाने का काम साल 2012 में शुरू हो गया था। बावजूद इसके सैनिकों के लिए बनने वाले आवास गृह के अच्छे दिन नहीं आए।
गौरतलब है कि ये वो आवास गृह हैं जहां सेना के जवान सस्ती दरों पर जरूरत पड़ने पर रात्रि विश्राम करते हैं।इतना जानने के बावजूद निर्माणदायी संस्था अब तक सैनिक आवास गृह को पूरा नहीं कर पाई है। नतीजतन जितना निर्माण हुआ भी था वो भी जर्जर हो गया है।
जबकि निर्माणदायी संस्था पेयजल निगम को सैनिक आवास गृह बनाने के लिए 60 लाख रूपए जारी भी किए गए हैं। तब भी संस्था कछुआ चाल से चल रही है। जिसका खामियाजा सैनिकों को भुगतना पड़ रहा है। आवास गृह तैयार न होने के चलते सैनिकों को महंगे होटलों में रात्रि विश्राम के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ऐसे में सवाल उठता है कि,सरकारी कामों में इतनी सुस्ती क्यों बरती जाती है।