घनसाली-चमियाला मोटर मार्ग की स्थिति कई जगहों पर ख़स्ताहाल है लोग बिन गड्ढों वाली प्लेन सड़क देखने को तरस गए हैं। घनसाली-चमियाला मोटर मार्ग की ये सड़क सड़क हादसों को दावत दे रही है। लेकिन घनसाली लोक निर्माण विभाग “जुगाड़” के अलावा कुछ नहीं कर रहा है। जी हां इसे जुगाड़ ही तो कहेंगे. 3-4 दिन पहले घनसाली लोक निर्माण विभाग ने गड्ढों को भरने का काम किया लेकिन एक ही बारिश में घनसाली लोक निर्माण विभाग के “जुगाड़” की पोल खुल कर रह गई। सड़क की स्थिति यह है कि यहां वाहन चलाना खतरे से खाली नहीं है। बारिश के मौसम में हालात और भी बदतर हो जाते हैं। मार्ग पर हुए गहरे गड्ढों के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं। दो पहिया वाहन फिसलने से आए दिन लोग चोटिल होते हैं।
जीरो टॉलरेंस की सरकार में विभाग उड़ा रहा जीरो टॉलरेंस की धज्जियां
सवाल कई खड़े हो रहे हैं। जीरो टॉलरेंस की सरकार में क्या विभाग के अधिकारी औऱ ठेकेदार जीरो टॉलरेंस की धज्जियां उड़ा रहे हैं? क्यों लोगों ने विभाग पर पैसों का बंदरबाट कर सड़क पर सिर्फ लीपापोती करने का आरोप लगाया है। बदहाल सड़कों पर जिंदगी दांव पर लगी है। प्रशासन वाहन चालकों को सुरक्षित साफ-सुथरी सड़कें आवागमन के लिए नहीं दे पा रहा है। नतीजा हिचकोले खाते मार्ग पर वाहन हादसे का शिकार हो रहे हैं।
लोगों ने लगाया पैसों का बंदरबाट करने का आरोप
स्थानीय लोगों ने विभाग पर पैसों का बंदरबाट करने का आरोप लगाया है और कहा कि क्षेत्र पंचायत सदस्य प्रभात जोशी का कहना है कि हाल ही में सड़के गढ्डे भरे गए थे लेकिन ये 2 दिन भी नहीं टिका और गढ्ढे फिर से उभर कर सामने आए जहां भी नजर डालों सड़क में जगह जगह गढ्ढे ही गढ्डे नजर आते हैं। लोगों को इससे खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहनों के आवाजाही में परेशानी हो रही है और हादसा होने का भी ढर है. लोगों का कहना है कि उक्त कार्य के लिए जूनियर अभियंता चमोली और ठेकेदार से बार -बार निवेदन किया गया।
ठेकेदार द्वारा की गई लीपापोती
स्थानीय लोगों में इससे आक्रोश है लोगों का कहना है कि ठेकेदार द्वारा पूरी तरह से सड़क पर लीपापोती की गई. कहा कि बेहतर सड़क निर्माण के लिए विभाग के जूनियर इंजीनियर चमोली को भी कार्य की बढ़िया गुणवत्ता के लिए निवेदन किया गया था लेकिन सच्चाई सबके सामने है।
मामला साफ है विभाग के अधिकारी और ठेकेदार मिल कर सरकारी पैसों की बंदरबांट कर रहे हैं और जनता को ठेंगा दिखा रहे हैं। लोगों का कहना है कि कई साल से सड़क के गड्ढे मुक्त होने की उम्मीद पर पूरी तरह से पानी फिरता नजर आ रहा है। देखने वाली बात होगी कि आखिर लोगों को जुगाड़ वाली सड़क से कब छुटकारा मिलेगा और विभाग के इन कामों की कब जांच होगी?