देहरादून : उत्तराखंड की एसडीआरएफ टीम ने एक बार फिर से प्रदेश का ही नहीं बल्कि विदेशी का भी दिल जीता। केदारनाथ में भारी बर्फ के बीच फंसे एक जर्मन ट्रैकर के लिए एसडीआरएफ की टीम देवदूत साबित हुई।
दरअसल 30 दिसम्बर को एक जर्मन ट्रैकर मार्को उम्र- 22 वर्ष, केदारनाथ से पहले छानी कैम्प में पैर में चोट लगने के कारण चलने में असमर्थ हो गया था। बर्फ अधिक होने व दुर्गम मार्ग होने के कारण वह वहां से आने में किसी प्रकार भी सक्षम नहीं थे। लिनचोली में कुछ मजदूरों को इसकी जानकारी होने पर उनके द्वारा घटना की सूचना एसडीआरएफ को दी गयी।
इस घटना की सूचना मिलने पर पोस्ट सोनप्रयाग से sdrf की टीम तत्काल ही रेस्क्यू हके लिए घटना स्थल के लिए रवाना हुई। टीम द्वारा विकट एवम विपरीत परिस्थितियों में छानी कैम्प पहुचकर जर्मन ट्रैकर का प्राथमिक उपचार किया। बाद प्राथमिक उपचार ट्रेकर को स्ट्रेचर के माध्यम से सुरक्षित गौरीकुंड अस्पताल पहुंचाया।