क्रिकेटर गौतम गंभीर ने यहां कनॉट प्लेस में भीख मांगते एक शख्स को देखने के बाद रक्षा मंत्रालय से उनकी मदद का अनुरोध किया. दरअसल इस शख्स ने युद्ध लड़ चुके एक पूर्व सैनिक होने का दावा किया है. गंभीर ने उस शख्स की तस्वीर ट्विटर पर डाली और कहा कि उन्हें ‘तकनीकी कारणों’’ के चलते थलसेना से सहयोग नहीं मिला. उन्होंने ट्वीट किया कि वह श्री पीतांबरन हैं, जिन्होंने 1965 और 1971 का युद्ध लड़ा था. इसे उनके पहचान-पत्र से जांचा जा सकता है. उनका दावा है कि तकनीकी कारणों से उन्हें थलसेना से समर्थन नहीं मिल सका.
वहीं, रक्षा मंत्रालय ने यकीन दिलाया कि जल्द ही समुचित कदम उठाया जाएगा. रक्षा प्रवक्ता ने ट्वीट किया कि हम आपकी ओर से जाहिर की गई चिंता समझते हैं और यकीन दिलाते हैं कि शीघ्र और पूरा जवाब दिया जाएगा.
हाल ही में गंभीर हुए पद्मश्री से सम्मानित
हाल ही में गौतम गंभीर को भारत सरकार ने पद्म भूषण अलंकरण देने की घोषणा की है. पिछले साल अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और देश की दो विश्व कप जीतने वाली टीम का अहम हिस्सा रहे गौतम गंभीर को भी पद्मश्री अवार्ड मिलने की घोषणा की गई है.
साल 2011 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने पिछल साल दिसंबर में क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास ले लिया. भारत के लिए 58 टेस्ट और 147 वनडे मैच खेलने वाले गंभीर ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. गंभीर ने लिखा, ‘जिंदगी में कड़े फैसले हमेशा भारी मन से लिए जाते हैं. भारी मन से मैं वह फैसला ले रहा हूं, जिसको लेने के ख्याल मात्र से ही मैं जिंदगी भर डरता रहा.’