कल तक टेलीविजन बहसों में कांग्रेस का प्रमुख चेहरा रहने वाले, मजबूती से पार्टी का पक्ष रखने वाले बड़े नेता गौरव वल्लभ ने पार्टी चेंज करते ही कांग्रेस पर ही कटाक्ष करना शुरु कर दिया है और सीधे हाईकमान पर ही निशाना साध रहे हैं। बीजेपी में शामिल होते ही वल्लभ ने राहुल गांधी और जयराम रमेश पर कटाक्ष करते हुए तीखे शब्द बोले हैं।
राहुल गांधी को नहीं मानता नेता
गौरव वल्लभ ने साफ कहा कि वो राहुल गांधी को नेता नहीं मानते हैं। इसी के साथ राज्यसभा सांसद और कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश को लेकर उन्होने कहा कि कांग्रेस वर्तमान में उन लोगों द्वारा चलाई जा रही है, जिन्होनें शायद क्लास मॉनीटर का भी चुनाव भी नहीं लड़ा है। उन्होनें जयराम पर आरोप लगाते हुए कहा कि एक नेता जिन्हें कांग्रेस की विचारधारा से कोई लेना-देना नहीं है, वह सिर्फ अपन राज्यसभा सीट सुरक्षित करना चाहते हैं। वल्लभ ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि सबसे पुरानी पार्टी न तो अपने जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं के मुद्दों को समझती है और न ही मतदाताओं की आकांक्षाओं को समझती है।
पी. चिंदबरम पर बोला बड़ा हमला
इसी के साथ वल्लभ ने कांग्रेस के हाल ही में जारी किए गए घोषण पत्र को लेकर भी अपना बयान दिया। वल्लभ ने पी चिंदबरम को लेकर कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र पिछले 30 सालों से एक ही व्यक्ति बना रहा है। यदि उनके विचारों मे कोई योग्यता या व्याहारिक प्रासंगिकता होती तो लोकसभा में कांग्रेस की संख्या 42 और 52 के बीच नहीं गिरती। उन्होनें चिंदबरम पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि वो मेरे कॉलेज के समय से ही टेलीविजन में पार्टी का बचाव करते थे और आज भी कांग्रेस में पीए के रुप में ही हैं।
डानी और अंबानी के खिलाफ बोलना कांग्रेस की आदत
इसी के साथ राहुल गांधी कई बार अडानी का मुद्दा उठा चुके हैं। राहुल गांधी ने केंद्र पर दोनों उद्योगपतियों द्वारा अनुचित लाभ लेने का आरोप लगाया है। वो भी तब जब गौरव वल्लभ पार्टी में ही मौजूद थे। लेकिन अब गौरव वल्लभ ने बीजेपी का दामन थामते ही आरोप लगाया है कि कांग्रेस ने अडानी और अंबानी के खिलाफ बोलने की आदत बना ली है। वहीं एक तरफ जहां गोरव वल्लभ बीजेपी में आते ही कांग्रेस के नेताओं पर आरोप लगा रहे हों कटाक्ष कर रहे हों वहीं दूसरी तरफ वो अपने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देना कारण सिर्फ राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराना बता रहे हैं। उनका कहना है कि वो सनातन धर्म के विरोध में चुप नहीं रह सकते।