देहरादून, संवाददाता- मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गैरसैंण के मुद्दे पर हमला बोलते हुए कहा कि, भाजपा बताए कि गैरसैंण को लेकर उसका विजन क्या है ? उन्होंंने कहा कि जो कुछ भी भाजपा ने कहा है वह सदन के बाहर कहा है, और जहां चर्चा होनी थी वहां से वो भाग निकल लिए। कांग्रेस का अपना मत इस मामले मे बिल्कुल साफ है। उन्होंने कहा कि, इस मुद्दे पर उनकी पार्टी ने एक रोड़मैप तैयार कर के दिया है, दो-तीन साल में जरूरी सुविधांए वहां जुट जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसके बाद जनता से राय ली जाएगी और इसके बाद राजधानी का फैसला होगा। सत्र के सभा कछ में भाजपा ने जो मांग रखी उस पर चर्चा हो ही नहीं सकती थी, अगर भाजपा वाकई में चर्चा चाहती थी तो अन्य अधिनियमों के तहत भी प्रस्ताव ला सकती है। निंदा प्रस्ताव पर सरकार कैसे चर्चा कर सकती है। बहरहाल गैरसैंण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने भाजपा से सीधा सवाल भले ही किया हो लेकिन गैरसैण पर प्रस्ताव लाने के कांग्रेस के मुद्दे पर वह कोई जवाब नहीं दे सके। ये पूछे जाने पर कि, कांग्रेस गैरसैंण पर अपना मत स्पष्ट करे के मुद्दे पर हरदा रोड़मैप की बात तो करते रहे लेकिन स्थाई और अस्थाई के मुद्दे पर ये कहते हुए मौन रहे कि, अब इस मुद्दे पर वो जनता से राय लेंगे।