हरिद्वार: हरिद्वार डीएम और एसएसपी चर्चाओं में रहते हैं। हर छोटी-छोटी कार्रवाईयों को लेकर सोशल मीडिया पर पोस्ट करते रहते हैं, लेकिन शराबियों के सामने दोनों पस्त नजर आ रहे हैं। गंगा घाट पर सफाई अभियान के दौरान शराब की 250 खाली बोतलें मिली हैं। इतना ही नहीं गांजे की भी करीब 300 पुड़िया बरामद की गई हैं।
हरिद्वार डीएम दीपक रावत और एसएसपी जन्मेजय खंडूड़ी अक्सर जांच और छापेमारी में साथ ही नजर आते हैं। दोनों अधिकारियों की हरिद्वार में खूब चर्चा भी है। लगातार छापेमारी तो जरूर कर रहे हैं, लेकिन हरिद्वार में शराब प्रतिबंधित होने के बावजूद खबू परोसी जा रही है। होटल और बार तो दूर गंगा घाट पर ही शराबी महफिलें सजा ले रहे हैं और पुलिस को कानोंकान खबर तक नहीं है।
दरअसल, गंगा घाट पर जागृति सेवादल के कार्यकर्ताओं ने सफाई अभियान चलाया। अभियान के दौरान गंगा सफाई में जागृति सेवादल के कार्यकर्ताओं को गंगा घाट से 250 शराब की खाली बातलें मिली हैं। साथ ही शराब के साथ खाने के लिए लाई गई सामग्री का कूड़ा भी मिला। इसने पुलिस के दावों और गश्त की पोल खोलकर रख दी है। सेवादल के कार्यकर्ताओं को केवल शराब ही नहीं, गांजे की 300 खाली पुड़िया भी मिली हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि नशेड़ी और तस्कर किस तरह से मांग गंगा के तटों को नशाखोरी का अड्डा बना रहे हैं और पुलिस सो रही है।