कई कठिनाइयों का सामना करने के बाद आखिरकार 3 फीट के गणेश की जीत हुई. उन्हें मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिली जो की उनकी कम हाइट के कारण उन्हें नहीं मिल रहा था. आज उनका कॉलेज का पहला दिन था जो की शानदार रहा. हर किसी ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. वे फर्स्ट ईयर के कॉन्फ्रेंस हॉल में पहली लाइन में बैठे दिखे। इसके लिए उन्होंने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। जब उन्हें यह डिग्री दी जाएगी, तब उनका नाम सबसे छोटी कदकाठी की वजह से गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जाएगा।
गणेश का बयान
गणेश ने कहा कि पहला दिन शानदार था। सभी साथियों और डॉक्टरों ने मेरा गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान गणेश ने कहा कि मैं आज अच्छा महसूस कर रहा हूं, क्योंकि मैंने इस डिग्री के लिए दो मोर्चों पर (अकादमिक और कानूनी) लड़ाई लड़ी। मैं आज बेहद खुश हूं। मैं सभी को शुक्रिया कहना चाहता हूं क्योंकि उनके साथ के बगैर में मेरा सपना पूरा नहीं हो पाता।
12वीं विज्ञान से की पाए 87% अंक
आपको बता दें कि गणेश को एनईईटी परीक्षा-2018 में 223 अंक मिले थे और इसके बावजूद उनको मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं दिया गया था यही नहीं उन्हें किसी भी कॉलेज में एडमिशन नहीं दिया गया। जिसकी बड़ी वजह उनकी हाइट थी जो की 3 फीट के हैं और उनका वजन 14 किलोग्राम था। आपको बता दें कि गणेश में पढ़ने में काफी होशियार हैं औऱ उन्होंने 12वीं विज्ञान से की है साथ ही 12वीं 87% अंक के साथ पास की थी।
सुप्रीम कोर्ट से जीती लड़ाई
जब उन्हें किसी भी कॉलेज में दाखिला नहीं मिला तो वो निराश हो गए. इसके बाद शिक्षकों और स्कूल ने अपने मेधावी विद्यार्थी के हक की लड़ाई के लिए सुप्रीम कोर्ट का रुख किया, जहां से फैसला उसके पक्ष में आया।