सैनिक कल्याण मंत्री इन दिनों केरल दौरे पर हैं। दौरे के तीसरे दिन मंत्री गणेश जोशी ने कोच्चि के कोचीन शिपयार्ड पहुंचकर देश में निर्मित पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत का दौरा किया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि आईएनएस विक्रांत आत्मनिर्भर भारत की मजबूती को दर्शाता है।
सैन्य धाम में स्थापित होगी आईएनएस विक्रांत की प्रतिकृति
जोशी ने कहा की उत्तराखंड में बनने जा रहे पांचवे धाम यानी कि सैन्य धाम में आईएनएस विक्रांत की प्रतिकृति स्थापित की जाएगी। इस दौरान उन्होंने भारतीय नौसेना में शामिल उत्तराखंड के अधिकारियों से भी मुलाकात कर उनका हाल चाल जाना।
बता दे आईएनएस विक्रांत देश का पहला विमानवाहक पोत है। इस विहानवाहक पोत का वजन करीब 45 हजार टन है और इसे बनाने में तकरीबन 20 हजार करोड़ रुपये की लागत लगी है। आईएनएस विक्रांत की लंबाई 262 मीटर और चौड़ाई 62 मीटर है. भारत में निर्मित यह अब तक का सबसे बड़ा जंगी जहाज है. मिग-29 और हेलिकॉप्टर समेत इसमें एक समय में 30 एयरक्राफ्ट खड़े हो सकते हैं. इस युद्धपोत की क्षमता 1600 लोगों की है।