जम्मू-कश्मीर: आज से देश के नक्शे और इतिहास में दो नये केंद्र शासित प्रदेशों के नाम जुड़ गए हैं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आज से अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश हो गए हैं। अनुच्छेद-370 को समाप्त करने के बाद दोनों ही प्रदेशों में आज से नये सिरे से काम शुरू हो गया है। सरकार ने जो फैसला लिया वो भी पूरी तरह आज से लागूं हो गया है।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर का इतिहास और भूगोल बदल गया है। अब जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्र शासित प्रदेश हो गए हैं। दोनों केंद्र शासित प्रदेश देश के पहले गृहमंत्री और 560 से ज्यादा रियासतों का विलय करने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के मौके पर वजूद में आए हैं। देश में एक देश, एक विधान, एक निशान लागू हो गया है।
अब कुल राज्य 28 रह जाएंगे, जबकि कुल केंद्रशासित प्रदेशों की संख्या 9 हो गई है। जम्मू-कश्मीर पुनगर्ठन विधेयक, 2019 के मुताबिक, दोनों केंद्र शासित प्रदेशों को 31 अक्तूबर से वजूद में आना था। यह पहली बार है, जब किसी राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांटा गया है। इससे पहले ऐसे कई उदाहरण हैं, जब केंद्र शासित प्रदेश को पूर्ण राज्य बनाया गया या फिर एक राज्य को दो राज्यों में बांटा गया हो।