उत्तराखंड में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां भूमाफिया के ऐसे कारनामे हैं कि सुबह से शाम हो जाएं कहते सुनते लेकिन भूमाफिया के किस्से खत्म नहीं होंगे।
लेकिन अब जो मामला सामने आया है वो कुछ ज्यादा ही हैरान करने वाला है। दरअसल राज्य में पहली बार एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें उद्योग लगाने के नाम पर ली गई जमीन पर प्लाटिंग करके बेच देने का मामला देखने को मिला है। (उत्तराखंड में जमीन घोटाला)
भू कानून के अध्ययन और परीक्षण के लिए बनी उच्च स्तरीय समिति ने जिलों से रिपोर्ट मांगी थी। इसमें 2003 से राज्य में अलग अलग मकसद से मुफ्त, रियायती दरों पर या फिर सर्किल दरों पर आवंटित भूमि के उपयोग के संबंध में रिपोर्ट मांगी गई।
इस रिपोर्ट का उद्देश्य ये पता करना था कि आखिर जिस उद्देश्य से जमीन ली गई वो उद्देश्य पूरा हुआ भी या नहीं। इसी रिपोर्ट में बताया गया है कि कुछ ऐसे मामले भी हैं जहां भूमि को उद्योग की स्थापना के लिए लिया गया लेकिन वहां उद्योग न स्थापित कर उस भूमि पर प्लाटिंग करा दी गई।
फिलहाल जिलों से आ रही रिपोर्टों पर काम चल रहा है। समिति ने लोगों से भी सुझाव मांगे हैं। अब तक 200 सुझाव मिल चुके हैं। माना जा रहा है कि मई के अंतिम सप्ताह तक समिति अपनी रिपोर्ट सौंप देगी।