उत्तराखंड पुलिस को यूं नहीं मित्र पुलिस कहते हैं। लगता है जरूरत पड़ने पर ये कुख्यातों के साथ भी अपनी मित्रता निभा सकती है। कुछ ऐसा ही हुआ है। तकरीबन दो दर्जन से अधिक अपराधिक मामलों में आरोपी को प्रवीण डागर नाम का बदमाश पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है। खबरें हैं कि पेशी के लिए राजस्थान से उत्तराखंड लौटते समय उत्तराखंड पुलिस के जवान उसे बिना अनुमति उसके गांव ले गए जहां से वो फरार हो गया।
बताया जा रहा है कि रुड़की जेल में बंद प्रवीण को एक केस की सुनवाई के लिए राजस्थान भेजा गया था। उसके साथ उत्तराखंड के चार सिपाही भी थे। 29 अक्टूबर को राजस्थान में सुनवाई के बाद ये चारों सिपाही प्रवीण को लेकर उसके गांव लेकर चले गए। इस बात की कोई इजाजत नहीं थी। इसी दौरान मौका पाकर प्रवीण फरार हो गया। सूचना मिलने के बाद चारों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। आला पुलिस अधिकारियों ने पूरे मामले की जांच बैठा दी है।