गुरुवार को सिविल लाइंस कोतवाली में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने बताया कि 27 जनवरी को रुड़की में रामनगर के संकट मोचन मंदिर के पास रहने वाले कारोबारी से देहरादून की सुद्धोवाला जेल में बंद नरेंद्र वाल्मीकि के नाम से 50 लाख की रंगदारी मांगी थी। इस मामले में कारोबारी ने मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की जांच में सामने आया था कि यह फोन देहरादून में सुद्धोवाला जेल से कुछ दूरी से किया गया था।
पुलिस ने एसटीएफ की मदद से नरेंद्र वाल्मीकि के नाम से धमकी देने वाले आरोपित रुद्राक्ष को रामपुर चुंगी गंगनहर कोतवाली रुड़की को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में रुद्राक्ष ने बताया वह कि अनुभव वशिष्ठ का भाई है। अनुभव वशिष्ठ डिप्टी जेलर नरेंद्र खंपा की हत्या के प्रयास के मामले में आरोपित था। बहुत समय से वह हरिद्वार जेल में बंद था। हाल ही में उसे यहां से किसी अन्य जेल में शिफ्ट किया गया है। अनुभव वशिष्ठ सुनील राठी का गुर्गा है। रुद्राक्ष ने बताया कि अनुभव का अपराध जगत में नाम नहीं था। इसलिए रुपये कमाने के लिए उसने नरेंद्र वाल्मीकि के नाम से धमकी देने के लिए कहा था।
फर्जी आइडी पर खरीदा थी सिम
आरोपित ने बताया कि उसने ज्वालापुर के सुभाष नगर से फर्जी आइडी पर सिम खरीदा था। इस मामले में एक महिला आंचल (निवासी ज्वालापुर) ने उसकी मदद की थी। एसपी देहात ने बताया कि पूछताछ के बाद पुलिस ने आंचल और दुकानदार अमित को भी गिरफ्तार कर लिया। एसपी देहात ने बताया कि इस मामले में रुद्राक्ष की पत्नी आरती भी शामिल है। उसकी भी तलाश की जा रही है। शीघ्र ही आरती की भी गिरफ्तारी की जाएगी।
दिल्ली में जॉब करता है आरोपी रुद्राक्ष
पुलिस के हत्थे चढ़ा रुद्राक्ष दिल्ली में जॉब करने के साथ ही बिजनौर में बीएससी की पढ़ाई भी कर रहा है। पुलिस ने बताया कि वह कुछ समय पहले पेपर देने के लिए आया था। वह अपने भाई से मिलने हरिद्वार जेल में गया तो अनुभव ने उसे रंगदारी मांगने के लिए तैयार कर लिया। इस काम में यासिर को तैयार किया। अनुभव ने ही आंचल से उसकी मुलाकात कराई थी। आंचल का कोई रिश्तेदार भी हरिद्वार जेल में बंद है। उससे मिलाई के दौरान आंचल की मुलाकात अनुभव से हुई थी। आंचल ने भी रुद्राक्ष की मदद की थी।
रिमांड पर होगी अनुभव से पूछताछ
रुड़की: कारोबारी से रंगदारी मांगने के मास्टरमाइंड अनुभव से रिमांड पर पूछताछ होगी। एसपी देहात ने बताया कि आरोपित ने ही पूरी साजिश को तैयार किया था। अब पुलिस रिमांड पर लेकर आरोपित से पूछताछ करेगी। इसके लिए कोर्ट में शीघ्र ही प्रार्थना-पत्र दिया जाएगा।