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उत्तराखंड में विकास कार्यों से संबंधित पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत और वर्तमान सीएम पुष्कर सिंह धामी के बयानों को एक साथ लें तो एक बहुत बड़ी बात सामने निकलकर सामने आ सकता । इसका कारण ये है कि अपने बयानों से बार बार चर्चा में आने वाले उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एक बार फिर से अपने ही बयान में फंसते जा रहे हैं। या कहें कि उन्होंने वर्तमान में चल रही सच्चाई को सामने लाकर खड़ा कर दिया। लेकिन उनके इस बेबाक बयान से उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक हलचल मच सकती है। भाजपा सांसद तीरथ सिंह रावत ने भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी पर दिए बयान से पार्टी एक नये संकट में घिर गई है। उनका वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रह हैं कि उत्तराखंड में कमीशन के बगैर कोई काम नहीं होता है।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनका एक बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सरकार को लेकर दिए अपने बयान पर तीरथ सिंह रावत का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह की कोई हिचक नहीं है। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत का भ्रष्टाचार को लेकर एक बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह कह रहे हैं कि उत्तरप्रदेश से अलग होने के बाद उत्तराखंड में कमीशनखोरी जीरो पर होनी चाहिए थी, लेकिन यह और ज्यादा हो गई।
पूर्व मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि बहुत जगह बताते हैं कि कहीं भी बिना कमीशन कुछ नहीं होता। मुझे यह कहने में कोई हिचक नहीं होती है कि जब हम उत्तरप्रदेश में थे, तब वहां 20 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। अलग होने के बाद हमको कमीशनखोरी छोड़कर जीरो पर आना चाहिए था, उत्तराखंड में भी 20 प्रतिशत कमीशनखोरी शुरू हो गई। उन्होंने कहा कि इसके लिए किसी को दोष नहीं दिया जा सकता, यह मानसिकता है। इसे ठीक करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब तक लोगों में यह भाव नहीं आएगा कि यह मेरा प्रदेश है, मेरा परिवार है तब तक कमीशनखोरी दूर नहीं होगी।