गैरसैंण सत्र को लेकर पूर्व सीएम ने हरीश रावत ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार पर निशाना साधा है। हरीश रावत ने कहा कि सरकार को भराड़ीसैंण में फिर ठंड लग गई। चार दिन में ही सभी बोरिया-बिस्तर बांध कर देहरादून लौट आए।
हरीश रावत ने सरकार पर साधा निशाना
पूर्व सीएम हरीश रावत ने ट्वीट कर गैरसैंण सत्र को लेकर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को भराड़ीसैंण में फिर ठंड लग गई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी भराड़ीसैंण से चार दिन में ही बोरिया-बिस्तर बांध कर देहरादून लौट आए।
जहां पर दो दिन की चर्चा कराने की हिम्मत नहीं तो वो कैसी ग्रीष्मकालीन राजधानी ?
ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि राज्य की ग्रीष्मकालीन राजधानी में ग्रीष्म के आगाज के साथ भी सरकार भराड़ीसैंण में बजट पर दो दिन चर्चा कराने की हिम्मत नहीं जुट पाई। तो फिर ये ग्रीष्मकालीन राजधानी कैसी है?
चार दिन के मेला लेकिन आज गैरसैंण फिर अकेला
हरीश रावत ने कहा है कि अब शक होता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी से परामर्श व सोच विचार कर गैरसैंण में ग्रीष्मकालीन राजधानी की घोषणा की थी। आज कोई भराड़ीसैंण जाए तो ग्रीष्मकालीन राजधानी में लिपिक और चपरासी तक आपको दर्शन देकर कृतार्थ नहीं करेंगे।
चार दिन की चांदनी के बाद गैरसैंण में फिर सन्नाटा पसर गया है। जहां चार दिन पहले विधानसभा भवन परिसर वाहनों से ठसाठस भरा हुआ था। वहीं आज परिसर में सन्नाटा पसरा हुआ है।