देहरादून- सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज एक बार फिर से सूबे की त्रिवेंंद्र रावत सरकार को अपने सवालों से असहज कर दिया है। हरीश रावत ने गंभीर सवालों के ऐसे गोले दागे कि भाजपा सरकार से लेकर संगठन तक को सफाई देने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
दरअसल देहरादून मे प्रेस वार्ता करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि एक दौर वो था जब रसोई गैस सिंलेंडर के दाम में मामूली 10-15 रूपए की बढ़ोत्तरी होती थी तो भाजपा की महिला नेत्रियां सड़क पर उतर आती थी। आज जब रसोई गैस के दाम में भारी इजाफा हो रहा है तो कहीं कोई हलचल नहीं है। भाजपा का महिला संगठन खामोश बैठा है।
वहीं रावत ने कहा जब उनकी सरकार थी तो भाजपा का आरोप था कि शराब की दुकानों पर सरकार घटिया शराब बिकवा रही है। लेकिन आज जब भाजपा की सरकार सत्ता पर काबिज है तब भी वहीं शराब दुकानों पर बेधड़क बिक रही है। कहीं कोई हंगामा नहीं, न भाजपा का युवा संगठन घटिया शराब की बिक्री को लेकर मुखर है न भाजपा के कार्यकर्ता। आज भाजपा खुद घटिया शराब दुकानों में बिकवा रही है। अवैध शराब की बिक्री जोरों पर है वैनों से शराब की सप्लाई हो रही है।
वहीं हरीश रावत ने कहा कांग्रेस सरकार के दौर में दामों में मामूली बढ़ोत्तरी होती थी तो आसमान सिर पर चढ़ा लिया जाता था आज मंहगाई आसमान पर है तो भाजपा को महंगाई नजर नहीं आती। रेत बजरी के बढ़े दामों का हवाला देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा उनके वक्त राज्य में बजरी 40-50 रूपए कुंतल थी। आज भाजपा के राज में बजरी के दाम 125 रूपए कुंतल हो गया है।