पुलिस के मुताबिक आरोपियों को मुख्य आरोपी मुकेश सैनी ने बुलाकर ब्लूटूथ डिवाइस और फोन के लिए प्री एक्टिवेटेड सिम खरीदे थे। योजना के तहत मुकेश सैनी ने ही परीक्षा के दिन एक निजी फैक्ट्री में सभी साथियों को इकट्ठा करके पेपरों के सेट के मोबाइल फोटो उप्लब्ध कराये थे। इस कार्य को एक निजी कॉलेज में अंजाम दिया गया था। फोटो खिंचवाने के उपरांत आरोपी राहुल और मुकेश सैनी ने पेपरों को हल कराकर मोबाइल और ब्लूटूथ के माध्यम से विभिन्न परीक्षा सेंटर परीक्षार्थियों को नकल कराई थी जिसका दूसरी पाली में भी इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने सभी आरोपियों पर गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
16 फरवरी 2020 को उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा वन आरक्षी की परीक्षा में नकल कराने की सूचना पर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था पुलिस ने आनन-फानन में शिकायत मिलने पर मंगलौर स्थित ओजस्वी कैरियर कोचिंग सेंटर के मालिक मुख्य आरोपी मुकेश सैनी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था जिसके बाद उसके एक और साथी शाहनवाज को भी पुलिस ने धर दबोचा था लेकिन अब चार आरोपियों की और गिरफ्तारी होने के बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली थी।
इस परीक्षा में नकल कराने से आयोग के साथ-साथ उत्तराखंड में हडकंप मच गया था फिलहाल पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है। वहीं रुड़की सिविल लाइन कोतवाली पहुंचे एसएसपी हरिद्वार सेंथिल अबुदई कृष्ण राज ने बताया कि आरोपियों के पकड़ने के लिए पुलिस टीमों का गठन किया गया था इतना ही नहीं सीआईयू को भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी जिसको पुलिस ने बखूबी निभाते हुए आठों आरोपियों को पकड़ा है फिलहाल पुलिस पूछताछ कर रही है।