कोटद्वार : फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा धांधली मामले को लेकर उत्तराखंड में हलचल मची हुई है। युवाओं में रोष है वहीं विपक्ष ने भी इस मामले को लेकर सरकार को घेरा। वहीं इस मामले में कइय़ों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इस धांधली के मास्टरमाइंड ओजस्वी करियर सेंटर के संचालक मुकेश सैनी को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं बीते दिन पुलिस ने एक और मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया गया है जो कि 5 लाख रुपये में नकल का ठेका लेता था। औऱ ये आऱोपी कोई और नहीं बल्की कृषि विभाग का अधिकारी है।
आरोपी कोटद्वार से गिरफ्तार
जी हां बीते दिन पुलिस ने कोटद्वार में तैनात आरोपित सहायक कृषि अधिकारी सुधीर कुमार को गिरफ्तार किया जो कि 5 लाख रुपये में नकल कराने का ठेका लेता था। आरोपी कृषि अधिकारी ने अपने ही रिश्तेदार युवक को परीक्षा में पास कराने का झांसा दिया था। इतना ही नहीं अधिकारी के रुड़की स्थित ओजस्वी करियर सेंटर के संचालक मुकेश सैनी गिरोह से भी जुड़ने की जानकारी है।
बता दें कि 16 फरवरी को प्रदेश में विभिन्न केंद्रों पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा कराई थी। परीक्षा खत्म होते ही सोशल मीडिया पर ओएमआर शीट वायरल हो गई जिससे उत्तराखंड में हड़कंप मच गया। इतना ही नहीं कुछ देर बाद परीक्षा संबंधित अन्य गड़बडिय़ों की शिकायतें भी आने लगी। जिसके बाद जब पुलिस तक मामला पहुंचा तो जांच में पता चला कि कुछ केंद्रों पर अभ्यर्थियों को नकल कराने के लिए एक गिरोह ने पांच लाख रुपये लिए।
ब्लूटूथ के जरिये बताए जाने थे उत्तर
जानकारी मिली कि परीक्षार्थियों को ब्लूटूथ के जरिये सवालों के उत्तर बताए जाने थे जिसके लिए बकायदा कोडवर्ड बनाए गए थे। 17 फरवरी को पौड़ी और हरिद्वार में 11 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। वहीं जांच में पता चला कि हरिद्वार जिले के मंगलौर स्थित ओजस्वी करियर सेंटर का संचालक मुकेश सैनी गिरोह को संचालित कर रहा था। जिसने कुछ युवकों को पौड़ी और हरिद्वार के सेंटरों में नकल कराने के लिए भेजा था। शनिवार देर शाम पौड़ी जिले की पुलिस ने इस सिलसिले में कोटद्वार में तैनात सहायक कृषि अधिकारी सुधीर कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं मंगलौर निवासी गोपाल सिंह ने सुधीर समेत चार लोगों के खिलाफ पौड़ी कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। वहीं पुलिस आगे की जांच में जुटी है कि आखिर इस गिरोह में कितने लोग शामिल हैं और कहां तक ये गिरोह फैला है?