देहरादून- उत्तराखंड का वन महकमा अपने फारेस्ट गार्डों को सौगात देने की तैयारी में है। बड़ी संख्या में फारेस्ट गार्डों को डिप्टी फारेस्ट रेंजर के पद पर प्रमोशन देने की तैयारी है। आज सूबे के वन मंत्री हरक सिंह रावत ने इस बात की जानकारी दी। रावत ने कहा कि कर्मचारियों की बैठक में इस मसले पर लगभग सहमति बन गई है।
प्रमोशन का लाभ ऐसे कर्मचारियों को मिलेगा जिनका कार्यकाल खासा लंबा हो चला है। रावत ने कहा कि महकमे मे कई ऐसा मुलाजिम हैं जो वेतन डिप्टी रेंजर के बराबर ले रहे हैं सिर्फ उनको उनकी सेवा के मुताबिक सम्मान नहीं मिल पाया है। ऐसे मुलाजिमों को सम्मान देने के लिए मंत्रालय कैबिनेट मे प्रस्ताव रखेगा।
वहीं रावत ने कहा कि राज्य के बड़े भूभाग मे जंगल है और राज्य मे कई विकास काम भी होने हैं। आल वेदर रोड़ से लेकर बिजली परियोजना और ईको टूरिज्म से लेकर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे विकास कामों को अंजाम देने के लिए वन विभाग के ढांचे में बदलाव की दरकार है। रावत ने कहा कि एसडीओ से नीचे जंगलात के ढांचे में परिवर्तन किया जाने का प्रस्ताव भी कैबिनेट में रखा जाएगा इसके लिए वित्त और कार्मिक विभाग से भी सहमति ली जाएगी।
वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि जंगल की हिफाजत करने के दौरान कई बार ऐसे हादसे हुए हैं जब वन महकमे ने अपने काबिल जवान को खोया है। चाहे खनन माफिया से टकराना हो या जंगल को आग से बचाना हो। या फिर जंगल की गश्त के दौरान जंगली जानवर के हमले में जान गंवानी हो जंगलात के गार्ड हमेशा मुस्तैद रहे हैं लेकिन उनकी कुर्बानी की अहमियत का आंकलन अब तक नहीं हुआ है। ऐसे मे अब हम कैबिनेट मे ऐसा प्रस्ताव रखेगे जिससे जंगलात के शहीद मुलाजिम को वहीं मुआवजा मिलेगा जो राज्य मे पुलिस के शहीद जवान को मिलता है।