चमोली- कर्णप्रयाग नगर क्षेत्र में खुरपका रोग से पशुप्रेमी चिंतित हैं। पालिका क्षेत्र में आवारा घूम रहे पशुओं पर खुरपका का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, लेकिन पशुपालन विभाग को कुछ सूझ ही नहीं रहा है। मूक जानवरों की दुर्द को समझने वाले पशु प्रेमियों की माने तो नगर क्षेत्र में गांधीनगर से अपर बाजार तक 100 से ज्यादा खुरवाले जानवर खुरपका रोग की चपेट में हैं।
खबर है कि आवारा पशुओं में हो रहे इस रोग के बारे में पशुपालन विभाग को सूचित कराया गया है। लेकिन विभाग की ओर से कोई सार्जक पहल नहीं की जा रही है। क्षेत्र के कई पशुप्रेमी अपने प्रयासों से पशुओं का उपचार कर रहे हैं। सबसे बड़ी दिक्कत नगर क्षेत्र में आवारा पशुओं के लिए कोई ऐसी जगह नहीं है, जहां उनके रहने की व्यवस्था की जाए इस वजह से भी रोग ज्यादा फैल रहा है। उधर पशुचिकित्साधिकारी डॉ.चित्रा धीमान की माने तो पशुपालन विभाग ने पालिका क्षेत्र में आवारा घूम रहे पशुओं के चिह्निीकरण की प्रक्रिया प्रारंभ की थी, लेकिन इस प्रक्रिया में नगर पालिका और प्रशासन का कोई सहयोग नहीं मिल रहा है लिहाजा रोगी पशु के मालिक का नाम पता नहीं चल पा रहा है। ऐसे में रोग के बारे मे जानकारी दवा व हिदायत किसे दी जाए ये बड़ी समस्या बन रही है। खैर कोई तो रास्ता निकालना होगा खुरपका को काबू करने के लिए। वरना फैलने वाला ये रोग पशु धन के लिए विकराल साबित हो सकता है