देहरादून- झंडा बाजार के दरबार साहिब में लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में झंडे जी के आरोहण के साथ ही पंचगव्य से स्नान कराने के बाद ध्वज दंड पर गिलाफ चढ़ाने का सिलसिला शुरु हुआ। झंडाजी के दर्शन करने दरबार साहिब में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। इसके साथ ही यहां पंजाब और अन्य राज्यों से संगतों के पहुंचने का सिलसिला जारी है।
अगले 1 महीनों तक चलेगा मेला
देहरादून में सिखों के वार्षिक त्यौहार झंडा मेला जोर शोर से मनाया जा रहा है। बता दें कि होली के पांचवें दिन के बाद झंडा मेला का आयोजन किया जाता है। देहरादून में आज सुबह से ही झंडे पर गिलाफ चढ़ाने का कार्यक्रम जारी है. गिलाफ चढ़ाने का कार्यक्रम 3 बजे तक चला। जिसके बाद शाम को गिलाफ दर्शनी का कार्यक्रम हुआ। दर्शनी गिलाफ चढ़ने के बाद विधिवत रूप से झंडे मेले की शुरुआत हो जाती है। जिसके बाद ये मेला अगले 1 महीनों तक चलेगा।
102 साल पहले हुई थी गिलाफ चढ़ाने की बुकिंग
प्रेम, सद्भाव भाईचारा और आस्था के प्रतीक इस मेले में इस बार लुधियाना के अर्जुन सिंह दर्शनी ने गिलाफ चढ़ाया। गिलाफ चढ़ाने की बुकिंग 102 साल पहले अर्जुन सिंह के मां जीत कौर ने करवाई थी।मालूम हो कि 2116 तक के लिए दर्शनी गिलाफ की बुकिंग अभी से हो चुकी है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस ने मेला स्थल का मुआयना किया.
क्यों मनाया जाता है झंडा मेला?
श्री गुरु राम राय के जन्मदिवस के रूप में हर साल यह उत्सव मनाया जाता है। उनका जन्म पंजाब के कीरतपुर (जिला होशियारपुर) में वर्ष 1646 को होली के पांचवें दिन हुआ था। वर्ष 1676 में श्री गुरु राम राय ने यहां डेरा डाला था और लोक कल्याण के लिए विशाल ध्वज स्थापित किया था। इसी के साथ झंडा साहिब के दर्शन की परंपरा शुरू हुई। तभी से गुरु रामराय के जन्मोत्सव के रूप में अनवरत झंडा साहिब मेला आयोजित हो रहा है।
चाकचौबंद सुरक्षा व्यवस्था
मेले में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं। श्रद्धालुओं को किसी तरह से कोई परेशानी ना हो इसके लिए मेला स्थल पर पर ही थाना खोल दिया गया है। बता दें कि मेला थाना में 1 इंस्पेक्टर, 4 एसआई और 30 से 40 पुलिसकर्मी मौजूद रहेगें। इसके साथ ही मेले में गतिविधियों पर निगरानी के लिए ड्रोन की व्यवस्था भी की गई है।
डायवर्ट होगा ट्रैफिक
श्रद्धालुओं की भारी तादाद को देखते हुए उनकी सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखना के लिए ट्रैफिक डाइवर्ट किया गया है। आईएसबीटी से देहरादून और ज्यादातर ट्रैफिक को हरिद्वार रोड रिस्पना की ओर से डाइवर्ट किए जाने की योजना है। साथ ही कुछ ट्रैफिक को शिमला बाईपास से डाइवर्ट किए जाने की तैयारी है।