देहरादून: वन मंत्री हरक सिंह रावत के सुर अब लालाढांग-चिल्लरखाल मार्ग को लेकर बदलने लगे हैं। पहले वन मंत्री हरक सिंह सरकार और अधिकारियों के खिलाफ कड़े बयान दे रहे थे, लेकिन आज अधिकारियों की बैठक लेने के बाद हरक सिंह बिल्कुल बदले-बदले नजर आए। और तो और बैठक में अपर प्रमुख सचिव ओमप्रकाश भी मौजूद रहे। इसे भाजपा की लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत का असर मान लीजिए या फिर हरक सिंह को संगठन स्तर से मिली किसी घुड़की का प्रभाव।
वन मंत्री हरक सिंह रावत ने कहा कि मेरा काम सड़क बनाने का है। हमें हर हाल में सड़क बनानी है। उन्होंने कहा कि अगर किसी के हाथ-पैर भी जोड़ने पड़ें तो वो तैयार हैं। हरक सिंह रातव ने कहा कि पूरे मामले में डीएफओ की गलती है। साथ ही कहा कि अपर मुख्य सचिव को डीएफओ के पत्र का संज्ञान नहीं लेना चाहिए थौ
हरक सिंह रावत ने बताया कि 11 किलोमीटर मार्ग बनने से हरिद्वार-कोटद्वारा की दूरी 48 किलोमीटर कम हो जाएगी। कहा कि काम नियमों के तहत शुरू किया गया है। सरकार जल्द ग्रीन नेशनल ट्रिब्यूनल को रिपोर्ट सौंपेगी। हरक ने बताया कि सड़क का 65 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। बरसात से पहले हर हाल में काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।