देहरादून : कम समय में ज्यादा कमाई का लालच कई लोगों पर भारी पड़ चुका है। आए दिन इस तरह की खबरें सामने आती रहती हैं, बावजूद लोग अब भी ठगों को झांसे में आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला राजधानी देहरादून में भी सामने आया है। विभिन्न कंपनियों में शेयर होल्डर, एफडी, आरडी और बचत खाता में धनराशि लगाने पर अच्छे ब्याज देने का झांसा देकर नौ शातिर ठगों ने लोगों के लिए करीब 71 खाताधारकों से 27 लाख 18 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर ली।
यह मामला कैंट कोतवाली क्षेत्र का है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। प्रेम क्षेत्री निवासी दीपनगर, अजबपुरकलां ने पुलिस ये शिकायत की कि कि मैनेजर महेश कुमार निवासी प्रकाश बिहार हरिद्वार बाइपास रोड अजबपुर, डायरेक्टर राजेंद्र सिंह बिष्ट निवासी अमित ग्राम गुमानीवाला ऋषिकेश, उपाध्यक्ष पीतांबर पाल निवासी बैरागीवाला सहसपुर, मार्केटिंग हेड शेखर पुंडीर निवासी भवाना शामली उप्र, डायरेक्टर देवेंद्र कुमार निवासी सरस्वती जानकी पुरम लखनऊ उप्र, डायरेक्टर पंकज मिश्रा निवासी बरेली उप्र, संजीव मिश्रा निवासी बरेली उत्तर प्रदेश, दीपक राजपूत निवासी बिजनौर उप्र और मोहम्मद इरफान निवासी शिमला बाइपास हसनपुर विकासनगर ने अलग-अलग नाम से चार कंपनी खोली थी।
अलग-अलग कंपनियों के नाम पर सदस्य बनवाए गए। इनके माध्यम से ही सगे संबंधियों को खाताधारक बनाकर धनराशि कंपनियों में लगवाई गई। खाताधारकों को बांड भी जारी किए जाते थे जिसमें पेमेंट महीने, तीन महीने, छह महीने व वार्षिक होती थी। खाताधारक को एक आइडी जारी करते थे, जिसमें बाकायदा एग्रीमेंट नंबर दिया जाता था। कंपनी की ओर से धनराशि कौलागढ़ रोड किशनगर चौक स्थित कार्यालय में जमा किया जाता था।
कंपनी की ओर से शुरू में बताई गई स्कीम के मुताबिक खाताधारकों की धनराशि ब्याज सहित वापस की गई। लेकिन इसके बाद कंपनी ने आरडी, एफडी, बांड व बचत खाता की कोई भी धनराशि देना बंद कर दिया। इंस्पेक्टर कैंट शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि तहरीर के आधार पर नौ आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।