कोरोना ने अपना कहर दुनिया भर में बरपाया। इसके चलते पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया है। इस बीच कई ऐसे मामले सामने आए जिन्होंने आंखों में आंसू ला दिए।
बेटियों ने निभाया बेटे का फर्ज
ताजा मामला यूपी के अलीगढ़ का है। दी हां अलीगढ़ के थाना बन्नादेवी के नुमाइश मैदान निवासी चाय वाले संजय कुमार (45) को टीबी की बीमारी थी। लॉकडाउन के कारण उसे उचित इलाज नहीं मिल पाया, जिसके कारण शनिवार को उसकी मौत हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृतक संजय की पांच बेटियां हैं। कोरोना काक में बेटियों ने बेटे का फर्ज निभाया और पिता को कंधा दिय़ा. इस दौरान बेटियां फूट-फूट कर रोईं। ये देख हर किसी की आंखें छलक आईं।
चाय बेचकर चलाते थे घर, मदद करने की मांग
45 साल के संजय चाय बेचकर अपना घर चलाते थे। एक परिवार से उनका सहारा छिन गया। वहीं सोशल मीडिया पर लोग यूपी की योगी सरकार से परिवार की मदद कर रहे हैं. वहीं परिवार के सदस्य नरेंद्र ने बताया कि संजय को छह महीने पहले ही पता चला था कि वह टीबी से पीड़ित है। परेशानी बढ़ने पर वह जिला अस्पताल से दवा ले लेता था। बताया कि लॉकडाउन के बीच उसकी तबीयत बिगड़ गई और जांच करने के लिए डॉक्टर भी नहीं मिले। इलाज न हो पाने के कारण संजय ने दम तोड़ दिया।
बेटियों ने किया स्कूल जाना बंद
जानकारी मिली है कि मृतक की पांच बेटियां है। जिसमे से एक ही शादी हुी है। बाकी चार बेटियां राधा, मौनी, प्रियांशी और ज्योति का पिता की बीमारी के कारण स्कूल जाना बंद हो गया। वहीं अब मृतक की पत्नी के ऊपर पूरे परिवार की जिम्मेदारी आ गई है। सोशल मीडिया पर लोग परिवार की मदद करने की मांग योगी सरकार से कर रहे हैं।
हालांकि जिला क्षय रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. अनुपम भास्कर का कहना है कि सोशल मीडिया पर इस मामले की जानकारी मिली थी। संजय के घर टीम भेजी गई थी। बलगम की जांच में टीबी की पुष्टि नहीं हुई। परिजनों की भी स्क्रीनिंग की गई, उनमें भी टीबी नहीं निकली। संजय कुमार का इलाज इलाके के ही एक चिकित्सक के यहां चल रहा था। चिकित्सक से इलाज की जानकारी मांगी गई है। जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि संजय किस बीमारी से ग्रस्त था।



