अब इसे सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के मोबाइल एप की मेहरबानी कहा जाए या फिर अफसरों की लापरवाही लेकिन खबर ये है कि सीएम रावत के मोबाइल एप पर एक शिकायत मिली कि चमोली के सेकोट की घुड़साल, बैंडू, देवर, चिनोला, टेटुना और रिखोली आदि गांवों में किसानों को दी जानी वाली खाद नहीं पहुंची है। मोबाइल एप पर मिली शिकायत में कहा गया कि किसानों को जिला मुख्यालय गोपेश्वर या अन्य इलाकों से खाद खरीद कर लानी पड़ रही है। लिहाजा खासी परेशानी हो रही है।
सीएम दफ्तर को शिकायत मिलने के बाद डीएम चमोली को संपर्क किया गया और किसानों की समस्या को दूर करने के लिए कहा गया। इसके बाद जिलाधिकारी ने जिम्मेदार अफसरों को खाद की उपलब्धता निश्चित करने के लिए कहा।
वहीं अपनी परेशानी दूर होने से खुश किसानों ने सीएम रावत का शुक्रिया अदा किया है लेकिन सवाल ये भी है कि किसानों तक खाद न पहुंचने के जिम्मेदार लोगों की पहचान कौन करेगा। दोबारा ऐसी घटना न हो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा।