खटीमा: चंदेली गांव में बैंक के दबाव के बाद एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। परिजनों का आरोप है कि एसबीआइ के एक कर्मी के फोन के बाद उन्हें अटैक पड़ा है। किसान के ऊपर तीन अलग-अलग बैंकों का लगभग 13 लाख रुपये का ऋण था। कर्ज के बोझ से दबे किसान सदमें में था। प्रशासन ने किसान के घर पहुंचकर मामले की जानकारी व कर्ज का ब्यौरा ले लिया है।
चंदेली नागवांठग्गू निवासी राधाकृष्ण 65 पुत्र रेतु के परिवार की आजीविका पांच एकड़ जमीन से चलती है। राधाकृष्ण के पोते रवींद्र कुमार ने बताया कि गुरुवार की दोपहर लगभग पौने तीन बजे एसबीआइ खटीमा शाखा से उसके दादा के मोबाइल पर कॉल आई। जिस पर बैंक कर्मी ने ऋण जमा करने के लिए दबाव बनाया। साथ ही जल्द अदाएगी न करने पर कुर्की की चेतावनी दी। इसके बाद वह सदमे में आ गए। इसके बाद वह परिजनों के साथ दवा लेने अस्पताल आए। जहां उन्हें अटैक पड़ गया।
निजी अस्पताल के डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीमांत में कर्ज के बोझ तले दबे किसान की हार्ट अटैक से मौत का यह दूसरा मामला हैं। सूचना पर कोतवाल केसी भट्ट एवं राजस्व उप निरीक्षक मोइद्दीन ने बैंकों के ऋण की जानकारी ली।
सांत्वना देने पहुंचे कापड़ी
युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भुवन कापड़ी मृतक के घर पहुंचे। जहां उन्होंने शोक संतप्त परिजनों को ढांढस बधाया। उन्होंने कहा कि बैंकों को ऋण वसूली के लिए दबाव बनाने से पहले किसानों की माली हालत देखनी चाहिए। उन्होंने एसडीएम से इस संबंध में बैंकों को निर्देशित करने को कहा। किसान नेता प्रकाश तिवारी ने प्रशासन से किसान का ऋण माफ करने व मुआवजा दिए जाने की मांग की है।
दो बैंकों से कट चुकी है आरसी
खटीमा: किसान राधाकृष्ण पर ऊधम सिंह नगर डिस्ट्रिक को-ऑपरेटिव बैंक झनकट ने सात लाख पांच हजार 447 रुपए तथा खटीमा कोऑपरेटिव बैंक ने 6623 रुपये की आरसी काट रखी है। राजस्व विभाग के वसूली बाबू नवीन जोशी ने बताया कि यह आरसी एक साल पूर्व काटी गई है। उन्होंने फसल की रकम मिलने के बाद जमा करने की बात कही थी। रवींद्र ने बताया कि एसबीआइ शाखा खटीमा से पांच लाख रुपये का लोन है।