कर्ज माफी की मांग को लेकर विगत 52 दिनों से अनशन कर रहे किसानों ने शुक्रवार को नगर में जुलूस निकालने के बाद गांधी चौक पर केंद्र और सरकार का पिंडदान किया। इस मौके पर दोनों सरकारों को किसान विरोधी बताते हुए खिलाफ में नारेबाजी की गई।
पूर्व प्रस्तावित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को कर्ज माफी की मांग को लेकर आंदोलनरत किसान नगर के रामलीला मैदान में एकत्रित हुए। जहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जुलूस निकला। जुलूस नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए गांधी चौक पहुंचा। गांधी चौक पर किसानों ने भाजपा की केंद्र और राज्य सरकारों का श्राद्ध करते हुए पिंडदान किया गया। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि किसानों के कृषि ऋण माफ करने का वादा कर सत्ता में आई भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार अब किसानों को भूल चुकी हैं। सरकारों का काम केवल आबकारी और खनन नीति बनाने तक रह गया है।
वक्ताओं ने कहा कि 52 दिन से किसान अपनी मांग को लेकर अनशन पर बैठे हैं, लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी और सरकार के मंत्री ने उनकी सुध नहीं ली है। किसानों ने कहा कि आने वाले सभी चुनावों में किसान भाजपा के खिलाफ गांवों में माहौल बनाएगी।
सरकारों का पिंडदान करने और प्रदर्शन के बाद किसान कलक्ट्रेट पहुंचे। जहां एसडीएम एसके पांडेय का घेराव किया गया। किसानों का कहना था कि 52 दिन के आंदोलन के बाद भी प्रशासन के किसी अधिकारी ने अनशन स्थल तक पहुंचने की औपचारिकता भर नहीं निभाई है। इस दौरान घेराव करते हुए किसानों ने अपना विरोध दर्शाने के बाद घेराव समाप्त किया और पीएम और सीएम के नाम के ज्ञापन एसडीएम को सौंपे।