हल्द्वानी- सरकार जिन काबिल अधिकारियों के भंरोसे जनता की तकलीफों को कम करना चाहती है उन अधिकारियों को न तो अपने फर्ज की परवाह है न जनता की तकलीफों से कोई सरोकार।
हल्द्वानी में तहसील दिवस पर जनता ने जो हंगामा किया उसका लब्बोलुआब यही था कि अधिकारियों को तहसील दिवस के आयोजन में कोई दिलचस्पी नहीं है।
हल्द्वानी मे तहसील दिवस सुस्त और लापरवाह अधिकारियों की वजह से एक बार फिर मजाक साबित हुआ जिसको लेकर फरियादियों ने तहसील प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध भी जताया। जनता के तल्ख तेवरों को देखते हुए एसडीएम ए.पी.बाजपेई को मोर्चा संभालना पड़ा तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
फरियादियों ने तहसील दिवस पर एसडीएम से कई शिकायतें की जिसमें समाज कल्याण विभाग की पेंशनों से लेकर शहर की साफ सफाई, बिजली पानी के सुचारू इंतजामात में की जा रही लेटलतीफी से लेकर हीलहवाली तक शामिल थी। जिस पर एसडीएम ने फरियादियों से वादा किया कि पात्र लोगों की पेंशन के लिए समाज कल्याण विभाग को लिखा जा रहा है। जबकि दूसरी दिक्कतों से भी जनता तो जल्द नितात दिलवा दी जाएगी।