देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्कल टोपी (आमतौर पर मुस्लिमों द्वारा लगाई जाने वाली टोपी) में फेक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के मामले में हरीश रावत अब बीजेपी के बड़े नेताओं के निशाने पर आ गए हैं।
उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद और बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने हरीश रावत को सोशल मीडिया पर ही जवाब दिया है।
अनिल बलूनी ने लिखा है कि, आदरणीय रावत जी, आज आपने फिर बड़ी सफाई के साथ कांग्रेस की डूबती नैया बचाने के लिए हिंदू-मुस्लिम कार्ड खेला है। इस कार्ड को आप अपनी ‘राजनीतिक संजीवनी’ मानते आए हैं। स्वाभाविक है सत्ता पाने के लिए कांग्रेस हर बार इस धार्मिक कार्ड का उपयोग करती आई है। इसके अनगिनत उदाहरण हैं।
जनता सब जानती है
अनिल बलूनी ने हरीश रावत पर निशाना साधते हुए अपनी पोस्ट में लिखा है कि, जनता जनार्दन सब कुछ जानती है। जनता जानती है कि भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास’ में विश्वास करती है, जबकि कांग्रेस विशुद्ध तुष्टिकरण की राजनीती करती रही है और इसके ज्वलंत उदाहरण आप हैं।
यही नहीं, अनिल बलूनी ने हरीश रावत सरकार में जुमे की नमाज के लिए छु्ट्टी वाले आदेश पर भी निशाना साधा है। अनिल बलूनी ने लिखा है कि जनता को याद है जब आपने मुख्यमंत्री रहते हुए जुमे की नमाज के लिए छुट्टी का आदेश निकाला था। जनता को याद है जब आप बार-बार विशेष संदेश देने के लिए निरन्तर मुस्लिम धार्मिक स्थानो की यात्रा करते रहते थे, मदरसों का गुणगान करते थे।
हालांकि सोशल मीडिया पर अनिल बलूनी कुछ लिखे और हरीश रावत चुप रहें ऐसा कैसे हो सकता है। हरीश रावत ने भी अनिल बलूनी का जवाब देने की कोशिश की। हरीश रावत ने लिखा है कि, अनिल बलूनी जी, आपकी पोस्ट पढ़ने के बाद मैं आपसे कहना चाहता हूँ कि ये आपकी पार्टी की सोशल मीडिया टीम के लोग थे, जिन्होंने एक रोजा इफ्तार पार्टी में मेरी पहनी हुई टोपी को लेकर मेरी फोटो वायरल कर धार्मिक प्रदूषण फैलाने की कुचेष्टा की। 2017 के चुनाव में आपकी पार्टी के लोगों ने घर-घर मेरी टोपी पहने हुई फोटो को लोगों को दिखाकर उनकी धार्मिक भावनाओं को उकेरने का कुप्रयास किया।
हरदा का पलटवार
हरीश रावत ने जुमे की छुट्टी पर अपना जवाब लिखा है। उन्होंने लिखा, आपने मुझ पर आरोप जड़ दिया कि मैंने जुम्मे की छुट्टी की है, जुम्मे का मतलब शुक्रवार की छुट्टी की है ताकि मुसलमान भाई नमाज़ अदा कर सकें। आप उस नोटिफिकेशन को तो मुझे दिखाइए, जिस नोटिफिकेशन में ये छुट्टी की हो, क्योंकि सरकार की छुट्टियां कोई मौखिक नहीं होती हैं, उसका नोटिफिकेशन होता है और कहां छुट्टी हुई है वो जरा सा मुझे बता दीजिये और ये भी आपकी पार्टी का जो मेरे खिलाफ दुष्प्रचार था, 2017 में उसका हिस्सा था।