देहरादून(मनीष डंगवाल)- उत्तराखंड के शिक्षा महकमे से आज की बड़ी खबर सामने आई है. जी हां राजकीय शिक्षक संगठन के पदाधिकारियों को शिक्षकों की मांग उठाना भारी पड़ गया. हड़ताल कर रहे शिक्षक संगठन के दो वर्तमान और एक पूर्व पदाधिकारी का ट्रांसफर शिक्षा विभाग के द्वारा कर दिया गया है.
इन-इन के यहां-यहां हुए तबादले
राजकीय शिक्षक संगठन के अध्यक्ष कमल किशोर डिमरी का तबादला राजकीय इंटर कॉलेज पीपलकोटी, चमोली जिले से राजकीय इंटर कॉलेज सवारीसैण कर दिया गया है. वहीं राजकीय शिक्षक संगठन के महामंत्री सोहन सिंह मांजिला का तबादला राज्य परियोजना कार्यालय देहरादून से राजकीय इंटर कॉलेज छोई, नैनीताल कर दिया गया है. वहीं राजकीय शिक्षक संगठन के पूर्व अध्यक्ष राम सिंह चौहान जो देहरादून डायट में तैनात थे उन्हें राजकीय इंटर कॉलेज, फकोट, टिहरी गढ़वाल भेज दिया गया है.
khabaruttarakhand के सूत्रों के हवाले से खबर
khabaruttarakhand के सूत्रों की मानें तो शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय के निर्देश पर शिक्षा सचिव भूपन्दिर कौर औलख ने किया. तबादलों के पीछे शिक्षकों के आंदोलन को कमजोर करने की वजह भी बताई जा रही है. सूत्रों की मानें तो शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय शिक्षकों के द्वारा शिक्षा निदेशालय में किए जा रहे कार्मिक अनशन से बिल्कुल भी खुश नहीं थे, जिस कारण तबादले के आदेश दिए हैं.
आपको बता दें की 21 जुलाई से राजकीय शिक्षक संगठन के पदाधिकारी अपनी कई मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे थे. वहीं शिक्षकों की हड़ताल का खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ रहा था. क्योंकि अभी गर्मियों की छुट्टियों के बाद स्कूल खुले हुए 20 दिन का समय भी नहीं हुआ था कि शिक्षक हड़ताल पर चले गए थे.
ट्रांसफर किए जाने को लेकर उबाल, सरकार को देख लेने तक की धमकी
शिक्षा विभाग के द्वारा किए गए तबादलों को लेकर जहां तबादले हुए शिक्षकों मेंं रोष है वहीं उनके समर्थकों में भी गुस्सा है. शिक्षक संगठन के पदाधिकारी अपने हुए तबादलों को लेकर सरकार पर ही सीधे सवाल उठा रहे हैं और अपने तबादलों के फैसले को जंगलराज करार दे रहे हैं. शिक्षक संगठन के पदाधिकारी तो सरकार को देख लेने तक की धमकी दे रहे हैं. साथ ही तबादलों को लेकर कोर्ट जाने की बात कह रहे हैं. लेकिन ऐसे में देखना ये होगा की क्या शिक्षा संगठन के द्वारा हड़ताल चलाई जा रही है उसपर इन तबादलों का असर दिखेगा. औऱ हड़ताल खत्म होती है या यूं ही जारी रहती है.