देहरादून। शांत शहर की फिजां को बिगाड़ने की पुरजोर कोशिश सोशल मीडिया के जरिए हो रही है। देहरादून के एक इलाके को कैराना की उपमा देकर सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्टें लिखी जा रहीं हैं। खबरउत्तराखंड.कॉम आम नागरिकों से उम्मीद करता है कि ऐसी पोस्टों के बहकावे में नहीं आएंगे। हम ये खबर भी देहरादून के आमजनमानस को सतर्क करने के लिए ही लिख रहें हैं।
दरअसल कुछ दिनों पहले देहरादून के भंडारी बाग इलाके में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर विवाद शुरु हुआ। विश्व हिंदू जागरण सभा के देवेंद्र पंवार उर्फ दर्शन भारती ने हाल ही में अपनी फेसबुक वॉल पर भंडारी बाग को कैराना की संज्ञा दी और वहां से मुस्लिमों की आबादी बढ़ने और पहाड़ी लोगों की आबादी कम होने का मसला उठाया। यही नहीं दर्शन भारती ने भंडारी बाग इलाके में बन रही मस्जिद पर भी सवाल उठाए। दर्शन भारती का आऱोप है कि ये मस्जिद बिना इजाजत बन रही है।
वहीं इसी मसले पर दर्शन भारती की सिटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेशी होनी थी। जहां तबियत बिगड़ जाने के कारण दर्शन भारती को अस्पताल में एडमिट कराना पड़ा। इसके बाद फिर एक बार दर्शन भारती की फेसबुक वॉल से देहरादून एसएसपी के रोहिंग्या मुसलमानों के दबाव में काम करने का आरोप लगा दिया गया है। यही नहीं दर्शन भारती के एक समर्थक ने खुले आम फेसबुक वॉल पर देहरादून के इस्लामीकरण से मुक्त करने के लिए एकजुट करने का आह्वान किया है। Dangwal Astro Jeetendar नाम की आईडी से लिखी गई इस पोस्ट में आहूति मांगी गई है।
जाहिर है कि सुनियोजिक तरीके से इस मसले को सोशल मीडिया में लगातार उठाया जा रहा है ताकि लोगों की सहानुभूति बटोरी जा सकी। इसीलिए बाकायदा पोस्ट्स और वीडियो शेयर किए जा रहें हैं। अगर विरोध सिर्फ मस्जिद का बगैर अनुमति के निर्माण के लिए होता तो उसके लिए कानून का सहारा लिया जाता लेकिन बाकायदा पोस्ट लिखना और इस्लामीकरण से मुक्ति के लिए लोगों को आगे आने के लिए भड़काना कुछ और ही कहता है।