देहरादून(मनीष डंगवाल) : उत्तराखंड के सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों की अनिवार्यता प्राईवेट स्कूलों को हजम नहीं हो रही है,जीं पिछले साल से जहां त्रिवेंद्र सरकार ने सीबीएसई स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबों की अनिवार्यता को लागू कर दिया था. वहीं उसके बाद भी कई स्कूल एनसीईआरटी की किताबों के अलावा अन्य प्रकाशकों की किताबें स्कूलों में चला रहे है, लेकिल नए शैक्षणिक सत्र से पहले शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय ने साफ कर दिया है प्राइवेट स्कूलों में या तो एनसीईआरटी की किताबे ही चलेंगी या फिर एनसीईआरटी की किताबों की कीमत से एक रूपये महंगी किताब स्कूल में नहीं चलने दी जाएगी. जिसकों लेकर प्राइवेट स्कूला संचालकों में बेचैनी है कि आखिर सरकार ने कडा रूख अभिभावकों को राहत देने के लिए अपनाया तो फिर स्कूल को किताबों से होने वाली मोटी कमाई की भरपाई कहां से करने पड़ेगी.
इसी को लेकर प्राइवेट स्कूलों के प्रधानचार्य शिक्षा मंत्री अरविंद पाण्डेय से मिलने पहुंचे और एनसीईआरटी की किताबों के अलावा अन्य किताबे भी स्कूलों में चलाने की मांग करने लगे, लेकिन शिक्षा मंत्री ने साफ कर दिया कि एनसीईआरटी के अलावा कोई किताबे स्कूलों में नहीं चलेंगी।
शिक्षा मंत्री और प्राईवेट स्कूल के प्रधानाचार्यों का पूरा वार्तालाप आप विडियों में देख सकते है कि आखिर एनसीईआरटी की किताबों को लेकर स्कूलों के प्रधानाचार्यौं और शिक्षा मंत्री का क्या कुछ कहना है।