देहरादून : अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को एक साल पूरा हो गया है। अटल आयुष्मान योजना सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना ने जहां लोगों के मन में सुरक्षा का भाव पैदा किया। वहीं, सरकार पर भरोसा भी हुआ कि सरकार उनके साथ खड़ी है। अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना। त्रिवेंद्र रावत सरकार ने इस योजना को सबसे पहले शुरू कर लोगों को यह भरोसा दिलाया कि सरकार उनके स्वास्थ्य के प्रति गंभीर है। आइये अब इस रिपोर्ट के जरिये जानते हैं कि योजना की क्या खास उपलब्धियां रही।
34 लाख 70 हजार लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए
अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को एक साल पूरा हो गया है। योजना का एक साल पूरा होने पर मुख्यमंत्री आवास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ ही योजना के तहत निःशुल्क में उपचार पाए लोग भी मौजूद रहे। योजना के तहत हर साल एक परिवार को 5 लाख रूपये तक का मुफ्त उपचार दिया जा रहा है। प्रदेश में अब तक 34 लाख 70 हजार लोगों के गोल्डन कार्ड बनाए चुके हैं। आइये अब आंकड़ों से जानते हैं कि योजना से अब कितना लाभ मिला चुका है।
ये हुए योजना से लाभ
7374 मरीज शल्य चिकित्सा
1048 मरीजों की न्यूरो सर्जरी
3714 मरीजों के गुर्दा रोग व यूरोलोजी का उपचार
50 हजार मरिजों का डायलिसिस
6015 कैंसर रोगियों का उपचार
4500 हड्डी रोग का उपचार
145 रोगियों को बर्न केसेस का उपचार
2415 ह्दय रोगियों का उपचार
एक लाख से अधिक को लाभ
कुल मिलाकर 1 लाख से अधिक लाभार्थी इस योजना का लाभ उठा चुके हैं। सीएम आवास में आयोजन कार्यक्रम में योजना के तहत लाभ पा चुके लाभर्थियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। लोगों का कहना था कि गरीबी के चलते जिस बीमारी का इलाज नहीं करा पा रहे थे। अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना से उन गंभीर बीमारियों का मुफ्त इलाज कराकर वो स्वस्थ हो चुके हैं।
पहाड़ चढ़ेंगे अस्पताल
वहीं, अब सरकार इस योजना के तहत पहाड़ में ही लोगों कैसे इलाज मिलेगा इस पर काम कर रही है, जिसके लिए सरकार प्राइवेज अस्पतालों को पहाड़ भेजने की रणनीति बना रही है। सूबे में जिस तरह से अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना का एक साल का रिजल्ट रहा है वो सराहनीय है। मात्र एक साल में ही सालों से दुखी लोगों को इस योजना का लाभ मिला। गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोग योजना का लाभ पाकर निरोगी हुये। वहीं, मुख्यमंत्री के स्वस्थ उत्तराखंड की परिकल्पना का सपना भी इस योजना से साकार हो रहा है।