इस काम में राज्य सरकार के स्तर से न केवल निश्शुल्क भूमि उपलब्ध कराई गई बल्कि ढाई करोड रुपये की आर्थिक मदद भी सरकार ने दी। हॉस्टल में 250 यानि 125 छात्र व 125 छात्राओं के रहने की व्यवस्था होगी।
आपको बता दें सितंबर 2011 में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने यहां पर हॉस्टल का शिलान्यास किया था। लेकिन आर्थिक संसाधन जुटाने में ही लंबा वक्त गुजर गया। इस काम में राज्य सरकार के स्तर से न केवल निश्शुल्क भूमि उपलब्ध कराई गई बल्कि ढाई करोड़ रुपये की आर्थिक मदद भी सरकार ने दी।
लिहाजा एजुकेशनल हब की पहचान रखने वाले देहरादून में सैनिकों के बच्चों के लिए नया हॉस्टल बनाया गया है। ताकि वह उचित वातावरण में बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सके। कॅरियर के लिहाज से भी यहां उनका अच्छा मार्गदर्शन हो सकेगा। यहां स्कूल जाने आने के लिये बस की व्यवस्था,छात्रावास के अंदर ही चिकित्सीय सुविधा, पुस्तकालय, कम्प्यूटर लैब, ट्यूशन की सुविधा, प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग, करियर काउंसिलिंग आदि की व्यवस्था है।