देहरादून : सीबीआई के शिकंजे में फंसे हरीश रावत ने एक बार फिर से राज्य औऱ केंद्र की मोदी सरकार पर वार किया. इस बार हरीश रावत ने शायराना अंदाज में बीजेपी पर वार किया.
हरीश रावत की पोस्ट
हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर लिखा कि 20 सितम्बर को नैनीताल के न्याय के मन्दिर में, मैं न्याय की प्रार्थना के लिये जा रहा हॅू। आप मेरे लिये प्रार्थना करें, कांग्रेसजनों व शुभचिंतकों को नैनीताल आने की आवश्यकता नहीं है। केन्द्र सरकार के उत्पीड़न से हमें लड़ने से कोई नहीं रोकेगा और हमें राजनैतिक उत्पीड़न का लोकतांत्रिक जवाब देना भी चाहिये, मगर उत्पीड़न की कार्यवाही के समय, न्यायिक बहस के समय नहीं। केन्द्रीय सत्ता स्वयं अपराधी है, दल-बदल व निर्वाचित सरकार को बर्खास्त करने के निर्णय, केन्द्रीय सत्ता ने मेरे घर में डांका डाला, माल असबाब लूटा और मुझे ही जेल डालना चाहते हैं। कहीं मैंने हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री की तर्ज पर सार्वजनिक रूप से फरसा लहराते हुये, सर काट डालने की धमकी दी होती, तो मुझे बिना जांच के आज की केन्द्रीय सत्ता फांसी पर चढ़ा देती। हम आह भी भरते हैं, हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करें, तो कहते हैं चर्चा भी ना करें। मेरे प्रकरण में स्पष्टतः लोकतंत्र की हत्या हो रही है और लोकतंत्र की स्वामिनी जनता जनार्दन है, विचार करें।