देहरादून- कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने ऐसे 10 पीएफ डिफॉल्टर की सूची तैयार की है, जिनकी संपत्ति अटैच की जाएगी। इसके लिए क्षेत्रीय कार्यालय ने देहरादून व हरिद्वार में स्थापित संबंधित प्रतिष्ठानों को नोटिस जारी कर दिए हैं और मार्च माह तक ताबड़तोड़ छापेमारी कर डिफॉल्टर्स की संपत्ति अटैच करने की तैयारी है। इस सूची में 1.06 करोड़ रुपये के बकाये के साथ हरिद्वार की गुरुकुल कांगड़ी फार्मेसी टॉप पर है।
ईपीएफओ के क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त मनोज कुमार यादव के मुताबिक, सूचीबद्ध 10 डिफॉल्टर्स पर 1.66 करोड़ रुपये का पीएफ बकाया है। इन प्रतिष्ठानों के कर्मचारियों से लंबे समय से शिकायत मिल रही है कि उन्हें पीएफ का लाभ नहीं मिल रहा। जांच में भी इस बात की पुष्टि हो चुकी है कि संबंधित प्रतिष्ठान कर्मचारियों को पीएफ का लाभ नहीं दे रहे। साथ ही सभी प्रतिष्ठानों पर पीएफ बकाया का आंकलन भी कर लिया गया है।
बकाया जमा न होने पर सम्पत्ति जब्त कर परिसर सील
यदि जल्द इन प्रतिष्ठानों ने पीएफ की बकाया राशि जमा नहीं कराई तो छापेमारी कर इनकी संपत्ति जब्त कर परिसर को सील कर दिया जाएगा। इसके बाद संबंधित प्रतिष्ठानों की जब्त संपत्ति की नीलामी कर बकाया राशि की वसूली कर ली जाएगी।
इनकी संपत्ति अटैच करने की तैयारी
प्रतिष्ठान पीएफ बकाया राशि
गुरुकुल कांगड़ी फार्मेसी 7161854
गुरुकुल कांगड़ी फार्मेसी 3499910
सदानाम पर्सनल प्रोडक्ट 2440255
जेनुइन इलेक्ट्रिक कंपनी 783266
निधि इंटरप्राइजेज 330990
बैलिस एंड कंट्रोल 561237
टेंपर प्रूफ आइआइडीसी 531516
आर वी बिजनेस सॉल्यूशंस 504183
कमर्शियल मोटर्स 481300
जय गंगा मा इं. 375997
टीएचडीसी पर 23.62 करोड़ का बकाया
ईपीएफओ के रिकॉर्ड में कुल 28 प्रतिष्ठानों/उपक्रम को पीएफ डिफॉल्टर बताया गया है। इसमें टीएचडीसी (टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन) 23.62 करोड़ रुपये के बकाये के साथ टॉप पर है। हालांकि, इस बकाया वसूली का मामला कोर्ट में लंबित है।
ईपीएफओ आयुक्त मनोज यादव के अनुसार कोर्ट में प्रभावी पैरवी कर बकाया राशि की वसूली के प्रयास तेज किए जा रहे हैं। इसी तरह के प्रकरण में गढ़वाल मंडल विकास निगम देहरादून पर 62 लाख रुपये व आइडीपीएल ऋषिकेश पर 25.48 लाख रुपये का बकाया है। कुल डिफॉल्टर्स की बात करें तो 28 प्रतिष्ठानों/उपक्रम पर 35.24 करोड़ रुपये का बकाया चल रहा है।