देहरादून – फील्ड में तैनात बिजली महकमें के इंजीनियरों को नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण करना होगा। 20 मिनट से ज्यादा का फाल्ट आने पर या इससे अधिक समय के लिए बिजली कटौती पर अधिशांसी अभियंता को मौके पर हाजिर रहना होगा वरना इसे लापरवाही माना जाएगा और अभियंता के खिलाफ विभागीय कार्यवाही की जाएगी।
इसके अलावा जनता की शिकायतों पर एक्शन न लिया गया तो तब भी विभागीय कार्यवाही की जाएगी। इस बात के निर्देश ऊर्जा सचिव राधिका झा ने दिए हैं। राज्य मे बिजली इंतजामात की समीक्षा करते हुए झा ने बिजली विभाग के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए। झा ने कहा कि कोई कोताही बर्दाश्त नहीं होगी।
ऊर्जा सचिव ने कहा कि महकमा जनता को पूरे हफ्ते 24 घंटे बिजली देने की पूरी कोशिश करे। शटडाऊन की प्रक्रिया मे कमी लाए। खराब फीडरों मे तत्काल ठीक कराया जाए। मरम्मत के लिए बिजली कटौती जरूरी हो तो विभिन्न समाचार माध्यमों के जरिए जनता को इस बारे में जानकारी दी जाए। बैठक के दौरान ऊर्जा सचिव राधिका झा ने देहरादून में हो रही अघोषित विद्युत कटौती पर कड़ी नाराजगी जताई।
सचिव ऊर्जा श्रीमती झा ने कहा कि राज्य के प्रत्येक नागरिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं तक बिजली बिना रुकावट पहुंचाना मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं मे शामिल है। लिहाजा प्रबंध निदेशक और मुख्य अभियंता को हर दिन विद्युत कटौती/ट्रिपिंग की संख्या और समयावधि का आंकलन कर सुधारात्मक उपाय करने चाहिए। उन्होंने कहा कि कम से कम विद्युत कटौती की जाए। इस मौके पर उन्होने अधिकारियों को UPCL की हेल्प लाईन नम्बर 1912 का प्रचार-प्रसार करने के भी निर्देश दिए।