नई दिल्ली : देश में पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्ति होते ही जनरल बिपिन रावत ने दुश्मनों के खिलाफ जंग में चक्रव्यूह रचने के का काम शरू कर दिया है. इसके लिए थिएटर कमांड्स बनाए जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। जनरल बिपिन रावत ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद संभालते ही संकेत दे दिए थे कि देश में थिएटर कमांड्स बनाए जाएंगे।
जंग के दौरान तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल रहे और सटीक रणनीति से दुश्मन को चारों खाने चित किया जाए, इसी के लिए यह सिस्टम तैयार किया जाएगा। थिएटर कमांड्स का निर्माण भौगोलिक आधार पर किया जाता है। मसलन पहाड़ी क्षेत्र, राजस्थान के रेगिस्तान, मैदान इलाके। तीनों सेनाओं के साथ अन्य सैन्य बलों को एक जैसे भौगोलिक और रणनीतिक क्षेत्र में साथ लाकर एक ही ऑपरेशनल कमांडर के नेतृत्व में थिएटर कमांड बनाया जाता है।
एक ही भौगोलिक क्षेत्र में तैयार थिएटर कमांड्स का लक्ष्य एक युद्ध क्षेत्र में स्थिति को नियंत्रण में रखना है। जल, थल और हवा में आपसी सामंजस्य बनाकर युद्ध में सफलता हासिल करने का काम यही थिएटर कमांड्स सुनिश्चित करते हैं। देश के करीब 15 लाख सैन्य बल को एकजुट करने के लिए थिएटर कमांड जरूरी है। इससे आधुनिकीकरण का खर्च कम होगा क्योंकि आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल सभी कमांड के अंतर्गत आने वाले सभी सैन्य बल कर सकेंगे।