देहरादून: राज्य के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय ने संस्कृत पर जोर देते हुए कहा कि संस्कृत राज्य की दूसरी राजभाषा है, लेकिन संस्कृत के लिए सरकारों ने अब तक कुछ नहीं किया. लेकिन शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने राज्य की त्रिवेंद्र सरकार को संस्कृत भाषा के प्रति गंभीर बताया और साथ ही राज्य में सत्ता धारी सरकार को संस्कृत भाषा की उन्नति के लिए पूरजोर कोशिश करने की बात कही. शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने संस्कृत को विदेशों में प्रचलित करने की भी बात कही..साथ ही राज्य में योग शिक्षकों के लिए भी संस्कृत भाषा का ज्ञान होना अनिवार्य बताया, अरविंद पांडे संस्कृत भाषा पर जोर देते हुए कई फैसले किए…
1.राज्य में दो संस्कृत विद्यालय खुलेंगे, एक कुमाउं में और एक गढ़वाल में।
2.कक्षा एक से आठ तक संस्कृत को अनिवार्य किया जाएगा।
3.राज्य में अब सभी विभागों में बोर्ड पर संस्कृत में विवरण लिखा जाएगा, हिंदी के साथ संस्कृत भी रहेगी।
4.दो सालों बाद योग शिक्षक बनने के लिए संस्कृत का ज्ञान अनिवार्य कर दिया जाएगा