औरंगाबाद : कोविड-19 उपचार केंद्र में काम करने वाली एक नर्स के घर पर कुछ लोगों ने जमकर पथराव किया। स्थानीय लोगों ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि वे चाहते थे कि नर्स और उसका पति इलाका छोड़कर चले जाएं। लोगों का कहना था कि नर्स कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज कर रही है इसलिए उनके इलाके में संक्रमण फैलने का खतरा है। मामला महाराष्ट्र के औरंगाबाद का है।
ली गली इलाके में रहने वाली नर्स ने बताया कि वह यहां एक किराए के घर में रहती है। कुछ स्थानीय लोग रोज उन लोगों पर वहां से घर खाली करके जाने का दबाव बना रहे हैं। सोमवार को भी कुछ लोगों ने इसे लेकर उन लोगों पर दबाव बनाया। उन लोगो ने पहले नर्स के पति के साथ दुर्व्यवहार किया। घर के अंदर जाकर दरवाजा बंद करने के बाद लोगों ने दरवाजों पर लातें मारीं और पत्थर फेंके। उपद्रवी घंटों उनके घर के बाहर पथराव करते रहे। कुछ दिन पहले गाड़ियां भी पंचर कर दी गई थीं। रोज परेशान किया जा रहा है।’
महिला ने पीसीआर को एक कॉल किया जिसके बाद एक टीम को मौके पर भेजा गया। फिर परिवार को उनके बयान दर्ज करने के लिए पुलिस स्टेशन ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि आरोप है कि संदिग्धों ने लगभग 12.30 बजे उनके दरवाजे पर दस्तक दी और पीने का पानी मांगा। जैसे ही नर्स के पति पानी लेकर आए कुछ लोगों ने उन्हें गालियां देनी शुरू कर दीं और दरवाजा तोड़ दिया। एमआईडीसी सिडको पुलिस ने संदिग्धों के खिलाफ गैर-संज्ञेय अपराध दर्ज किया है। मामले की जांच की जा रही है।